NEP के तहत DAVV ने जारी किया पहला परिणा , 30 छात्रों ने ग्रैजुएशन फोर्थ ईयर में लिया एडमिशन, करेंगे ऑनर्स
इंदौर.
नई शिक्षा नीति के तहत देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट यानी (यूटीडी) में यूजी चौथे वर्ष के लिए पहली बार 1 जुलाई से क्लासेस लगेगी. डीएवीवी के प्रमुख विभाग आईआईपीएस (इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज) ने बीकॉम ऑनर्स का रिजल्ट घोषित किया है. जो नई शिक्षा नीति का सबसे पहला रिजल्ट है. इसमें 64 छात्र शामिल हुए थे. इनमें से 30 छात्रों ने यूजी चौथे वर्ष में प्रवेश भी ले लिया है. अब ये छात्र चौथे वर्ष की पढ़ाई कर ऑनर्स की डिग्री हासिल करेंगे. जबकि जो 34 छात्रों को बीकॉम की डिग्री मिलने जा रही है.
उच्च शिक्षा विभाग ने नई शिक्षा नीति के तहत यूजी चौथे वर्ष में प्रवेश के लिए तीसरे वर्ष तक कुल 7.5 सीजीपीए लाने की अनिवार्यता रखी थी. यह सिर्फ 15 छात्रों ने ही चौथे वर्ष में प्रवेश के लिए अप्लाई किया था. लेकिन, हाल ही में शासन की तरफ से इस बाध्यता को खत्म कर दिया गया है. जिसके बाद 15 और छात्रों ने आवेदन कर दिया. इस तरह कुल 30 छात्र चौथे वर्ष में ऑनर्स की पढ़ाई करेंगे.
ऑनर्स और ऑनर्स विद रिसर्च
चौथे वर्ष के लिए छात्रों को ऑनर्स और ऑनर्स विद रिसर्च के दो विकल्प मिलेंगे. जिन्हें ऑनर्स विद रिसर्च में प्रवेश चाहिए. उनके तीसरे वर्ष में 7.5 सीजीपीए होना जरूरी है. वैसे बीकॉम ऑनर्स में तीसरे वर्ष में पास होने के लिए हर छात्र कुल 120 क्रैडिट लाना अनिवार्य था. यह सभी को मिल गए.वे पास हो गए.संस्थान के डायरेक्टर प्रो. बीके त्रिपाठी कहते हैं कि यह नई शिक्षा नीति का पहला रिजल्ट है. अब चौथे वर्ष में पढ़ाई और रिसर्च पर फोकस करेंगे. कई छात्र कैट की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने भी चौथे वर्ष में प्रवेश मिला है. कुछ पहले से ही सीए एग्जाम भी पास कर चुके हैं.
पढ़ाई पर फोकस
प्रो. त्रिपाठी कहते हैं कि ऑनर्स और ऑनर्स विद रिसर्च के छात्रों की पढ़ाई पर खास फोकस करेंगे. ऑनर्स विद रिसर्च के छात्रों को चौथे वर्ष में दूसरे सेमेस्टर में डीजटेंशन बनाना होगा. कोर्स को-ऑर्डिनेटर डॉ. सुरेश पाटीदार कहते हैं कि यूजीसी ने भी संकेत दिया है. चौथे वर्ष में ऑनर्स विद रिसर्च पढ़ने वाले छात्रों को भविष्य में संभवत: पीएचडी के लिए अलग से पीजी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.