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चीन पर लगाम लगाने और निगरानी के लिए USA ने फिलिपींस में MQ-9A Reaper ड्रोन किया तैनात

न्यूयोर्क

अमेरिकी मरीन कॉर्प्स ने अपना सबसे खतरनाक ड्रोन MQ-9A Reaper फिलिपींस के एयरफोर्स बेस पर तैनात कर दिया है. ये ड्रोन्स रोटेशनल बेसिस पर तैनात किए गए हैं. यानी अब दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में अमेरिका इस ड्रोन से निगरानी कर पाएगा. इससे ड्रैगन की हर चाल पर नजर रखी जा सकेगी.  

फिलिपींस की सरकार ने अमेरिका से रिक्वेस्ट की थी कि उसे यह ड्रोन चाहिए. ताकि बासा एयर बेस पर इस ड्रोन की तैनाती करके चीन की हरकतों के खिलाफ नजर रखी जा सके. साथ ही फिलिपींस अमेरिका के साथ इंटेलिजेंस की जानकारी शेयर कर सके. इसके जरिए यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड के साथ कॉर्डिनेशन आसान हो जाएगा.

फिलिपींस के 1 मरीन एक्सपेडिशनरी फोर्स के प्रवक्ता ने कहा कि मरीन कॉर्प्स ने एक हथियार रहित MQ-9A Reaper को तैनात किया है. इसके जरिए हम रीकॉन्सेंस और सर्विलांस मिशन करेंगे ताकि अमेरिका सहित अन्य मित्र देशों के साथ इंटेलिजेंस जानकारी शेयर कर सकें. यह चीन पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने में मदद करेगा.

विदेशी मिलिट्री को लेकर फिलिपींस में है ये नियम

जो सैन्य आदेश है, उसके मुताबिक इन ड्रोन्स को फिलिपींस में अस्थाई तौर पर तैनात किया गया है. फिलिपींस के संविधान के अनुसार कोई भी बाहरी मिलिट्री उनके देश में स्थाई तौर पर नहीं रह सकती. इसलिए अमेरिकी सेना के जवान और हथियार या अन्य उपकरण रोटेशनल बेसिस पर फिलिपींस के बेस पर तैनात रहते हैं.

आइए जानते हैं MQ-9A Reaper ड्रेन की ताकत

अफगानिस्तान के काबुल में छिपा था अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी. जैसे ही उसके अड्डे की पुख्ता जानकारी अमेरिकी जासूसी संस्था सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) को पता चली, उन्होंने उड़ा दिया अपना सबसे घातक और चुपचाप हमला करने वाला ड्रोन. इस ड्रोन की खासियत ही यही है कि उसके आने-जाने की खबर तक नहीं चलती, जब तक वह हमला नहीं कर देता. इस ड्रोन का नाम है एमक्यू 9 रीपर (MQ9 Reaper).  

एमक्यू 9 रीपर की खास बात यही है कि यह दुश्मनों की नापाक हरकतों पर चुपके से नजर रखता है. जरुरत पड़ते ही उन्हें मिसाइल से हमला करके बर्बाद कर देता है.अमेरिका इसे हंटर-किलर यूएवी श्रेणी में रखता है. यह लॉन्ग रेंज एंड्योरेंस ड्रोन है. जो हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों से लैस रहता है.

कई तरह के मिशन कर सकता है ये ड्रोन

इसी में लगे R9X Hellfire Missile से ही जवाहिरी के अड्डे पर हमला किया गया है. जो कि बेहद खतरनाक मिसाइल है. इसमें बारूद कम और धारदार ब्लेड्स का उपयोग ज्यादा किया जाता है. इस ड्रोन को जॉय स्टिक से दूर बैठकर कंप्यूटर से उड़ाया जाता है. यह किसी भी तरह के मिशन के लिए भेजा जा सकता है. जैसे- सर्विलांस, जासूसी, सूचना जमा करना या फिर दुश्मन के ठिकाने पर चुपके से हमला करना.  

एमक्यू 9 रीपर की रेंज 1900 km है. यह अपने साथ 1700 kg वजन का हथियार ले जा सकता है. इसकी लंबाई 36.1 फीट, विंगस्पैन 65.7 फीट, ऊंचाई 12.6 फीट होती है. ड्रोन का खाली वजन 2223 kg होता है. जिसमें 1800 kg ईंधन की क्षमता होती है. एमक्यू 9 रीपर की गति 482 km/hr होती है. जो 50 हजार फीट की ऊंचाई से दुश्मन को देखकर उसपर मिसाइल से हमला कर सकता है. हालांकि, यह आमतौर पर 25 हजार फीट की ऊंचाई पर ही उड़ाया जाता है.

कई तरह की मिसाइलें, बम या उनका मिश्रण लगा सकते हैं

एमक्यू 9 रीपर में सात हार्ड प्वाइंट होते हैं. यह बेहद तकनीकी सिस्टम है जो मिसाइलों को दागने के लिए उपयोग में लाया जाता है. इसमें 4 AGM-114 Hellfire मिसाइलें लगी होती हैं, ये हवा से जमीन पर सटीकता से हमला करती हैं. इसके अलावा दो लेजर गाइडेड GBU-12 Paveway II बम भी लगाए जाते हैं.

इन दोनों के बजाय इस ड्रोन पर अलग-अलग तरीके के हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे- GBU-38, जो एक ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक एम्यूनिशन (JDAM) है. इसके अलावा ब्रिमस्टोन मिसाइल भी लगा सकते हैं.  

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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