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6 जून को मनाई जाएगी शनि जयंती, करें ये उपाय

वास्तु दोष से छुटकारा पाने के लिए घर के मुख्यद्वार पर घोड़े की नाल लगवाना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे नेगेटिविटी दूर होती है। करियर में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलती है। घर में सुख-शांति बनी रहती है। घोड़े की नाल लोहे की बनी होती है।

यह घोड़े के तलवे में बांधी जाती है, जिससे वे आसानी से चल या दौड़ सकें। घोड़े की नाल दो आकार की होती है। पहला यू-शेप और दूसरा रिवर्स यू-शेप की होती है। वास्तु के नियमों के मुताबिक, घर के मेनगेट पर घोड़े की नाल लगाने से धन से जुड़ी दिकक्तों दूर होती है और साथ ही परिवार के सदस्यों पर शनिदेव की कृपा बरसती है। ऐसे में आप भी शनि जयंती के मौके पर यानी 6 जून 2024 को घर में घोड़े की नाल लगा सकते हैं। आइए जानते हैं घोड़े की नाल लगाने के वास्तु के नियम…

किस दिशा में लगाएं घोड़े की नाल ?
घर के उत्तर या पूर्व दिशा में काले घोड़े की नाल लगाना लाभकारी साबित हो सकता है। इससे धन,सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।
-वास्तु के अनुसार,यदि मेनगेट दक्षिण या पूर्व दिशा में हो,तो फिर घोड़े की नाल उत्तर या पूर्व दिशा में नहीं लगाना चाहिए।
-आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिए  घोड़े के दाहिने पैरे की नाल को घर के मुख्यद्वार पर लटका सकते हैं। मान्यता है इससे धन की तंगी से छुटकारा मिलता है।
-वास्तु के अनुसार, शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए एक कटोरी सरसों के तेल में काले घोड़े की -नाल डालकर शमी के पेड़ के नीचे गाड़ दें। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि की महादशा से राहत मिलती है।
-घर और ऑफिस में यू शेप वाले घोड़े की नाल लगाना बहुत शुभ होता है।
-वहीं, अगर आपके पास रिवर्स यू शेप की घोड़े की नाल है, तो उसके ऊपर आइना भी जरूर लगाएं।

घोड़े की नाल लगाने के फायदे
-शनि देव को लोहे की धातु अतिप्रिय है। घोड़े की नाल लोहे की बनी होती है और काला रंग शनिदेव का प्रिय रंग है। मान्यता है काले घोड़े की नाल लगाने से शनिदेव परिवार के सदस्यों पर मेहरबान रहते हैं।
-काले घोड़े की नाल लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
-मान्यता है कि काले घोड़े की नाल लगाने से धन, सुख-सौभाग्य बढ़ता है और घर में बरकत आती है।
-कहा जाता है कि घर में काले घोड़े की नाल स्थापित करने नकारात्मक ऊर्जा और जादू-टोने से मुक्ति मिलती है।

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

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