टेक्सास के सुपरमार्केट में फायरिंग, भारतीय छात्र की हत्या, थम नहीं रहा मौत का सिलसिला
वॉशिंगटन
अमेरिका के टेक्सास राज्य के एक दुकान में डकैती के दौरान 32 वर्षीय एक भारतीय नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान दसारी गोपीकृष्ण के रूप में की गयी है। मृतक आंध्र प्रदेश के बापटला जिले का रहने वाला था। वह आठ महीने पहले ही अमेरिका आया था। यह घटना 21 जून को डलास के प्लीजेंट ग्रोव में एक दुकान पर हुई। रविवार को योग दिवस कार्यक्रम के लिए डलास में मौजूद महावाणिज्य दूत डी. सी. मंजूनाथ ने 'पीटीआई भाषा' को बताया कि यह घटना अर्कांसस में हुई गोलीबारी से संबंधित नहीं है, जैसा कि विभिन्न स्रोतों द्वारा पहले बताया गया था।
गोपीकृष्ण के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मंजूनाथ ने कहा कि हम टेक्सास के डलास के प्लीजेंट ग्रोव में डकैती के दौरान गोलीबारी की घटना में भारतीय नागरिक दसारी गोपीकृष्ण की मौत के बारे में जानकर बहुत दुखी हैं और उनके परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं। भारतीय संगठनों के सहयोग से वाणिज्य दूतावास पोस्टमार्टम और मृत्यु प्रमाण पत्र सहित स्थानीय औपचारिकताओं के बाद गोपीकृष्ण के शव को भारत वापस भेजने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है।
हमले के दौरान लगी थी गंभीर चोटें
डकैती के दौरान गोपीकृष्ण को गंभीर चोटें आईं और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई। गोपीकृष्ण के परिवार में उनकी पत्नी और बेटा हैं। इस घटना से डलास और आस-पास के इलाकों में रहने वाला भारतीय समुदाय शोकाकुल है।
गोपीकृष्ण की मौत पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि राज्य सरकार गोपीकृष्ण पार्थिव शरीर को घर वापस लाने में हर संभव सहायता करेगी। ह्यूस्टन में भारतीय दूतावास ने भी घटना पर दुख जताया है।