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छत्तीसगढ़दुर्ग-भिलाई

सेक्टर 6 एवं सेक्टर 11 खुर्सीपार में स्थित भिलाई इस्पात विकास विद्यालय का संचालन अब “महान भारत प्रतिभा फाउंडेशन” द्वारा किया जाएगा

भिलाई-भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील एजुकेशन सोसाइटी एवं अक्षय पात्र की सहयोगी संस्था ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन के बीच, दिनांक 8 जुलाई 2024 को इस्पात भवन के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) के सभागार में एक एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग) साइन किए गए। रथ यात्रा उत्सव के शुभ अवसर पर कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार एवं मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) जे वाय सपकाले की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।सेक्टर 6 एवं सेक्टर 11 खुर्सीपार में स्थित भिलाई इस्पात विकास विद्यालय का संचालन अब अक्षय पात्र फाउंडेशन की एक सहयोगी संस्था “महान भारत प्रतिभा फाउंडेशन” (ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन) द्वारा किया जाएगा।यह दोनों स्कूल कमजोर वर्ग के निर्धन बच्चों के लिए अंग्रेजी माध्यम में एक बेहतर शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से खोले गये थे।

भिलाई इस्पात संयंत्र की ओर से महाप्रबंधक (शिक्षा) श्रीमती शिखा दुबे, स्टील एजुकेशन सोसाइटी की सचिव एवं महाप्रबंधक (मानव संसाधन) सुश्री के सुपर्णा तथा अक्षय पात्र एवं ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन की ओर से रीजनल प्रेसिडेंट (अक्षय पात्र एवं ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन) स्वामी व्योमपाद दास द्वारा इस एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।

कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार ने कहा, किसी समय में अन्न दान को महादान माना जाता था, परंतु मेरे विचार से आज के युग में शिक्षा का दान बहुत ही महत्वपूर्ण और अहम है। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रारम्भ से ही शिक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य करते आ रही है तथा आगे इसको और भी बेहतर बनाने में निरंतर प्रयासरत हैं।

रीजनल प्रेसिडेंट (अक्षय पात्र एवं ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन) स्वामी व्योमपाद दास ने अपनी संस्था को रेखांकित करते हुए कहा, भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से हम यहाँ भिलाई में वर्ष 2007 से अक्षय पात्र का संचालन कर रहे हैं।सेल जैसे संगठन ने हम पर विश्वास किया और शिक्षा के क्षेत्र में भी हमें एक नई जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इसके लिए हम सेल एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के आभारी हैं। उन्होंने कहा, हमारी संस्था अंग्रेजी शिक्षा के क्षेत्र में कदम रख चुकी है ताकि हम त्रिपुरा, बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर सहित कई और बेंगलुरु सहित कई स्थानों पर अच्छे संस्कारों के साथ-साथ बेहतर शिक्षा देने का प्रयास कर सकें।

इस कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) जे वाय सपकाले ने कहा, कि हम एक अच्छी शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत हम अपने शिक्षण संस्थानों को और भी बेहतर बनाने के लिए अक्षय पात्र जैसे संगठन को जिम्मेदारी सौंप रहे हैं। प्रारंभ में महाप्रबंधक (सीएसआर) शिवराजन नायर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस एग्रीमेंट का विवरण प्रस्तुत किया तथा इसमें शामिल विभिन्न बिंदुओं के बारे में बताया।

उल्लेखनीय है कि अक्षय पात्र फाउंडेशन, भारतीय ट्रस्ट अधिनियम 1882 के तहत पंजीकृत एक स्वतंत्र धर्मार्थ ट्रस्ट है। जो देश में स्कूलों में भूख और कुपोषण के व्यापक सामाजिक मुद्दों को हल करने के लिए अपना सहयोग प्रदान करते हैं। अक्षय पात्र फाउंडेशन स्कूलों में बच्चों को स्कूल आने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए हर दिन गर्म, पौष्टिक और स्वादिष्ट मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराते हैं, ताकि भारत में कोई भी बच्चा भूख के कारण शिक्षा से वंचित न रह जाए।

वहीँ अक्षय पात्र फाउंडेशन की सहयोगी संस्था ‘“महान भारत प्रतिभा फाउंडेशन” (जीआईटीएफ) का प्रयास बच्चों की स्वाभाविक प्रवृत्ति को पोषित करने के साथ-साथ समग्र विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे वे अपने और अपने परिवार व समुदाय के लिए भविष्य को बेहतर और सुरक्षित कर सकें।कार्यक्रम के अंत में जे वाय सपकाले द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।संपूर्ण कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन सीएसआर विभाग द्वारा किया गया।

Dinesh Purwar

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