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मौत मुझसे एक इंच दूरी से निकल गई, ईश्वर ने ही बचा लिया – ट्रंप

वॉशिंगटन
 अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक बड़ा हमला हुआ था। इस हमले में ट्रंप के कान पर गोली लगी थी। हमले के बाद ट्रंप ने पहली बार संबोधन किया। कान पर पट्टी बांधे वह अपने समर्थकों के बीच पहुंचे। विस्कॉन्सिन के मिल्वौकी में रिपब्लिकन सम्मेलन को उन्होंने संबोधित किया। हमले के बाद यह एक इनडोर कार्यक्रम था। यहां उन्होंने अपने हमले के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'मुझसे लोग पूछते हैं कि आखिर हत्या के प्रयास वाले दिन क्या हुआ था। मैं आपको बताता हूं क्योंकि आप मुझसे यह दोबारा नहीं सुनेंगे। क्योंकि इसे बताना काफी दुखदायी है। बटलर टाउनशिप में मैं भाषण दे रहा था। सब कोई खुश था। मैं लोगों से नौकरी और दक्षिणी सीमा से घुसपैठ को लेकर बात कर रहा था।'

ट्रंप बोले एकता में ही शक्ति, राजनैतिक असहमति को अपराध नहीं बनाना चाहिए

अपने ऊपर हुए हमले को याद करते हुए ट्रंप ने कहा कि हमें अमेरिका के हितों को ध्यान में रखते हुए राजनैतिक असहमति को अपराध नहीं बनाना चाहिए। डेमोक्रेटिक पार्टी को न्याय प्रणाली को हथियार नहीं बनाना चाहिए। लोकतंत्र की रक्षा के लिए, हमें लगातार लोगों के मन में इसको मजबूत करने को लेकर काम करना चाहिए। अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी को दुश्मन के रूप में लेबल कर देना तुरंत बंद कर देना चाहिए। मुझ पर जो हमला हुआ वह इसी राजनैतिक असहमति को दुश्मन मानने की प्रवत्ति के कारण हुआ है। मैं ही हमारे देश लोगों के लिए लोकतंत्र को बचा रहा हूं।

ट्रंप ने आगे कहा, 'मेरे एक तरफ बड़ी स्क्रीन लगी थी, जिसमें मैं अपने कार्यकाल के नौकरी और कम इमीग्रेशन के बारे में दिखा रहा था। लेकिन इस दौरान जैसे ही मैं अपनी दाहिनी ओर मुड़ा। में बेहद किस्मत वाला था। मैंने एक जोर की आवाज सुनी और किसी चीज ने मेरे दाहिने कान पर हिट किया। मैंने अपने दाहिने हाथ से कान को पकड़ लिया और मेरा हाथ खून से सना था। मैं समझ गया कि हम पर हमला हुआ है। बेहद बहादुर सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स स्टेज पर भाग कर आए और मुझे संभाला। वो मेरे ऊपर आ गए, ताकि मैं बच सकूं। लेकिन मैंने खुद को सुरक्षित महसूस किया, क्योंकि ईश्वर मेरे साथ थे।'

'मैं आपके बीच न होता'

ट्रंप ने आगे कहा, 'अगर मैं न मुड़ता तो हत्यारे का निशाना न चूकता। फिर मैं आज रात आपके साथ न होता।' उन्होंने आगे कहा, 'हम पर कई गोली चली। आप जानते हैं कि एक भी गोली चलने पर भगदड़ मच जाती है। लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। बेहद असामान्य है। हजारों लोग मेरे साथ खड़े रहे। भगदड़ नहीं हुई तो बहुत सी जानें बच गईं। वो इसलिए नहीं भागे क्योंकि उन्हें मुझसे प्यार था। वह जानते थे कि मैं चोटिल हूं और इसलिए वह मेरे साथ रहना चाहते थे।' उन्होंने आगे कहा, 'सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर ने बहुत ही बहादुरी से एक ही गोली में हमलावर को ढेर कर दिया।'

'लोगों को लगा मैं मर गया'

ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, 'लोगों को लगा कि मैं मर गया हूं। इसलिए वह नहीं गए। लेकिन जब मैं उठा तो मैंने उनका उत्साह बढ़ाने के लिए खून से सने हाथों की मुट्ठी बांध कर फाइट, फाइट (लड़ो-लड़ो) कहना शुरू किया।' ट्रंप के इतना कहने के बाद लोगों ने फाइट-फाइट के नारे लगाए। उन्होंने आगे कहा, 'जब लोगों को अहसास हो गया कि मैं जिंदा हूं तो उन्होंने हमारे देश के लिए तेज आवाज की, जो आज से पहले मैंने नहीं सुनी।' ट्रंप ने आगे कहा, 'मुझे दुख है कि एक वॉरियर की मौत हो गई और दो लोग मारे गए। मैंने तीनों के परिवार से बात की और कहा कि हम उन्हें नहीं भूलने वाले।'

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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