इजरायली वायु सेना का गाजा के शरणार्थी शिविरों पर हवाई हमला, 15 फिलिस्तीनियों की मौत
गाजा
गाजा में रातभर इजराइली हवाई हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 15 लोग मारे गए. रविवार को अस्पताल अधिकारियों और एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार द्वारा मृतकों की गिनती करने के बाद इसकी पुष्टि हुई. इजराइली सैनिकों द्वारा यह हमला ऐसे समय में हो रहा है, जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सोमवार को अमेरिका के दौरे की तैयारी कर रहे हैं.
नेतन्याहू के अमेरिका दौरे पर राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिलने और कांग्रेस को संबोधित करने की भी उम्मीद है. इस दौरान वह हमास के खिलाफ नौ महीने से चल रहे युद्ध को लेकर अपना पक्ष रखेंगे और युद्धविराम पर भी चर्चा करेंगे. युद्ध के बाद से घेरे गए गाजा क्षेत्र की 23 लाख आबादी के लिए पानी और रोजमर्रा की सेवाएं प्रभावित हुई हैं.
संक्रमण की चपेट में गाजा, WHO ने लिया संज्ञान
इसके साथ ही युद्धग्रस्त क्षेत्र गाजा में पोलियो वायरस की खोज से मानवीय स्थितियां और खराब हो गई हैं. गाजा में सीवेज के नमूनों में वायरस के निशान पाए गए. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि संक्रमण के कारण होने वाले लक्षणों के लिए किसी का भी इलाज नहीं किया गया है. वहीं, इजराइली सेना ने कहा कि सैनिकों को टीका लगाया जाएगा और वह फिलिस्तीनियों तक टीके पहुंचाने के लिए संगठनों के साथ मिलकर काम करेगी.
इजराइल द्वारा किया गया ताजा हवाई हमला मध्य गाजा के बुरेज शरणार्थी शिविर में हुआ. हमले में दो बच्चों समेत नौ लोग मारे गए और दक्षिणी शहर खान यूनिस में दो लड़कियों समेत कम से कम छह लोग मारे गए. सफेद कफन में लिपटे छोटे शवों को गले लगाकर पुरुष और महिलाएं रो रहे थे. एक शव पर लिखा था ‘पांच महीने के बच्चे का अज्ञात शव’.
युद्ध में गाजा में 38,900 तो इजराइल में 1,200 लोग मारे गए
मध्य गाजा के नुसेरात शरणार्थी शिविर से भी धुआं उठ रहा था, लेकिन हताहतों के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं थी. क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में युद्ध में 38,900 से अधिक लोग मारे गए हैं. युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल पर हमास के आतंकवादियों के हमले से हुई थी, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे. उनमें से ज्यादातर नागरिक थे और करीब 250 को बंधक बना लिया गया था.
इस सबके बीच बंधकों के परिवार और हजारों इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से युद्ध विराम समझौते पर पहुंचने का आग्रह कर रहे हैं. वहीं युद्ध विराम के लिए मध्यस्थ के तौर पर मिस्र, कतर और अमेरिका इजरायल और हमास को समझौते पर पहुंचने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.