मॉरीशस में महकेगा ‘विश्वरंग’, भारत सहित 35 देश विश्व में हिन्दी और भारत की सांस्कृतिक प्रभुता पर करेंगे मंथन
भोपाल
साहित्य-संस्कृति और कला के इन्द्रधनुषी रंगों से सराबोर एशिया का सबसे विराट महोत्सव ‘विश्वरंग’ शीघ्र ही अपना छटवाँ सोपान मॉरीशस में पूरा करने जा रहा है। आगामी 7,8 और 9 अगस्त को भारत सहित दुनिया के पैंतीस से भी ज़्यादा देश हिन्दी का परचम लहराने विश्वमंच पर एक साथ होंगे। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल के साथ विश्वरंग की मुख्य मेजबानी मॉरीशस स्थित विश्व हिन्दी सचिवालय अपने सहयोगी संस्थानों के संयुक्त संयोजन में करेगा।
तीन दिनों की बहुरंगी गतिविधियों के साक्षी बनने मॉरीशस गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति श्री पृथ्वीराज सिंह रूपन, प्रधानमंत्री श्री प्रवीण कुमार जगनोथ, उप प्रधानमंत्री श्रीमती लीला देवी दुकन, विश्व हिन्दी सचिवालय की महासचिव डॉ. माधुरी रामधारी, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद नई दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे और मॉरीशस उच्चायुक्त श्रीमती नंदिनी के. सिंगला सहित प्रतिभागी देशों की गणमान्य विभूतियों को आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर मॉरीशस स्थित रबीन्द्रनाथ टैगोर संस्थान के मुक्ताकाश परिसर में टैगोर की सात फीट ऊँची प्रतिभा का अनावरण ‘विश्वरंग’ के सौजन्य से किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि किसी भी निजी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाने वाला दुनिया का पहला-अनूठा महोत्सव है- ‘विश्वरंग’।
यह जानकारी ‘विश्वरंग’ के निदेशक, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति तथा साहित्यकार-संस्कृतिकर्मी श्री संतोष चौबे ने पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि ‘भारतीय संस्कृति, वैश्विक मंच के उद्घोष के साथ 2019 में शुरू हुआ ‘विश्वरंग’ छटवें संस्करण में वैश्विक विस्तार की दिशा में अपना महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहा है।