इंदौर में हुई सीज़न की आधी बारिश, अगले दो दिनों से उम्मीद
इंदौर
इंदौर में इस साल बारिश की कमी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पूरे प्रदेश में पानी सामान्य से बेहतर है लेकिन इंदौर में पानी कम गिर रहा है। इंदौर जिले में जारी मानसून सत्र में अब तक 323.7 मिली मीटर (पौने 13 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई है। यह गत वर्ष इस अवधि में दर्ज वर्षा की तुलना में लगभग आधी है। गत वर्ष जिले में 610.4 मिली मीटर (24 इंच) से अधिक वर्षा हुई थी।
भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष अब तक इंदौर क्षेत्र में 263.5 मिली मीटर, महू में 211 मिली मीटर, सांवेर में 363 मिली मीटर, देपालपुर में 480.6 मिली मीटर, गौतमपुरा क्षेत्र में 382.2 मिली मीटर तथा हातोद क्षेत्र में 242.1 मिली मीटर वर्षा हुई है। जिले में गत वर्ष अब तक इंदौर क्षेत्र में 520.7 मिली मीटर, महू में 547 मिली मीटर, सांवेर में 633.6 मिली मीटर, देपालपुर में 883.5 मिली मीटर, गौतमपुरा क्षेत्र में 558.4 मिली मीटर तथा हातोद क्षेत्र में 519.3 मिली मीटर वर्षा हुई थी।
अगले दो दिनों से उम्मीद
मध्यप्रदेश में लो प्रेशर एरिया (कम दबाव क्षेत्र) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने से फिर तेज बारिश हो रही है। शनिवार को विदिशा, रायसेन, हरदा, बैतूल, जबलपुर और बालाघाट में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 21 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। प्रदेश में 21 जून को मानसून की एंट्री हुई थी। तभी से बारिश का दौर चल रहा है। पिछले एक सप्ताह से कई जिलों में भारी बारिश भी हुई। ऐसा ही मौसम अगले 2 दिन और बना रहेगा। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन प्रदेश के कुछ जिलों से होकर गुजर रही है। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी लो प्रेशर एरिया में बदल गया है। इस वजह से प्रदेश में तेज आंधी-बारिश का असर है।
मप्र में औसत से बेहतर
पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश का दौर रहने से प्रदेश में एवरेज से ज्यादा पानी गिर गया है। प्रदेश में अब तक सामान्य 15.7 इंच बारिश हो चुकी है, जो 1% अधिक है। वहीं इंदौर में आधी बारिश ही हुई है।