
भिलाई-स्थानीय श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में लॉ डिपार्टमेंट के तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के द्वारा विधिक जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया।मुख्य वक्ता जिलाविधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधि सीनियर सिविल जज द्विजेंद्र नाथ ठाकुर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ए के झा थे।
अपने उद्बोधन में ठाकुर ने कहा कि प्राधिकरण द्वारा विधिक जागरूकता अभियान की आज महती आवश्यकता इस लिए पड़ी क्योंकि साइबर ठगी के साथ साथ पारिवारिक संपत्ति विवाद,उपभोक्ता प्रकरण की संख्या बढ़ रही है और विधिक जानकारी के अभाव में लोग बेवजह शिकार हो रहे हैं।यह अभियान केवल विधि के ही विधार्थियों के लिए नहीं हर विद्यार्थी के लिए महत्वपूर्ण है।उन्होंने डिजिटल अरेस्ट के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि इसमें अधिकतर पढ़े लिखे लोग ही शिकार हो रहे है। अपराधी लोगों की निजी जानकारी और सामाजिक जीवन को प्रभावित करने की धमकी से ठगी करते हैं।
उन्होंने कहा कि पारिवारिक एवं संपत्ति विवाद भी कानून की जानकारी नहीं होने के कारण होती है। जहां पर अधिक भरोसा है,दोस्ती है,रिश्तेदारी है वहीं इस प्रकार के विवाद दृष्टिगत होते है जिसके पीछे विधि सम्मत जानकारी का अभाव ही है।संपत्ति का बंटवारा यदि कानून,हस्ताक्षरित हो तो विवाद नहीं होगा।उन्होंने वाहन खरीदी बिक्री,भवन भूमि क्रय विक्रय के समय सतर्क रहने और विधानुकूल दस्तावेज तैयार करने को आवश्यक बताया।
विधि विभाग के विभागाध्यक्ष आयुष झा ने बताया कि इस अवसर पर विधि सहायता हैंड बुक का विमोचन भी किया गया। जिसमें जन सामान्य के लिए मूलभूत कानून,महिला एवं बच्चों की सुरक्षा,श्रमिक विधि,उपभोक्ता कानून,साइबर सुरक्षा कानून के संबंध में जानकारी दी गई है।विधार्थियों ने जज महोदय से प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा को शांत किया।विधि के एक विद्यार्थी ने पूछा अच्छा वकील बनने के लिए क्या आवश्यक है? श्री ने बताया कि अच्छा वकील बनने के लिए नॉलेज जरूरी है न कि बोलने की कला।कम शब्दों में सही तथ्य रखा जाए और कोर्ट मैनर का पालन हो।साथ ही लेखन क्षमता का भी विशेष ज्ञान आवश्यक है।
कार्यक्रम में डायरेक्टर विकास डॉ सुशील चंद्र तिवारी,डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ श्रुति तिवारी, डॉ विनय पीतांबरांम के साथ ही बड़ी संख्या मेंप्राध्यापक,विद्यार्थी उपाध्याय थे।अंत में आभार प्रदर्शन पूजा ठाकुर ने किया।




