आज़ादी की लड़ाई में युवाओं की जरुरत थी,अब देश की तरक्की में जरुरत है : आई.पी. मिश्रा
भिलाई-रोशनी की कदर वो जानता है जिसने अंधेरा देखा हो, गुलाम भारत में हमने वह दर्द सहा हैं जिसकी कोई मिसाल नहीं। धन्य है वे वीर और धन्य है उनकी माताएं जिन्होंने ऐसे सपूतों को जन्म दिया जिनकी कुर्बानियों की बादौलतआज हम आजादी में सांस ले रहे हैं। उक्त उद्बोधन आज शंकराचार्य ग्रुप के कुलाधिपति आई.पी. मिश्रा द्वारा झंडारोहण के पश्चात दिया गया ।भिलाई नगर के प्रतिष्ठित संस्थान शंकराचार्य यूनिवर्सिटी में स्वतंत्रता दिवस पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई.पी. मिश्रा द्वारा झंडारोहण किया गया ।अपने उद्बोधन में उन्होंने गुलाम भारत की यात्राओं का जिक्र करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि आप लोग खुशनसीब है जो आजाद भारत में जी रहे हैं,सांस ले रहे हैं। यह आजादी आपको बहुत मुश्किल से मिली है इसलिए इसकी कद्र कीजिए ,इसकी हिफाजत कीजिए और अपनी पूरी ऊर्जा को देश की तरक्की में लगाइए।विद्यार्थियों को शिक्षा की तरफ ध्यान देने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थी का कार्य है कि वह अपने जीवन मेंअपने गुरुओं का आदर करें और निष्ठा से अपनी शिक्षा पूरी करें।
अपने उद्बोधन में उन्होंने शंकराचार्य ग्रुप के बारे में में बताते हुए कहा कि आज हमारे विश्वविद्यालय के अनेक इंजीनियर और डॉक्टर यूरोप तथा अमेरिका में कार्यरत है ।यह शंकराचार्य ग्रुप के साथ पूरे छत्तीसगढ़ के लिए यह गौरव की बात है। उन्होंने कहा आज हमारा देश कृषि क्रांति ,तकनीकी क्रांति, संचार क्रांति से विश्व में अपना परचम लहरा रहा है। अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं चाहता तो दूसरे व्यावसायिक गतिविधियों में भी रुचि दिखा सकता था और कार्य कर सकता था परंतु मैंने शिक्षा को सेवा का ही मार्ग अपनाया क्योंकि हमारे देश को उच्च शिक्षा और अच्छी शिक्षा की अति आवश्यकता है इसी को ध्यान में रखते हुए मैंने शिक्षा के क्षेत्र में अपना कदम रखा और नतीजा आज आपके सामने है।
झंडारोहण का कार्यक्रम शंकराचार्य विश्वविद्यालय के प्रांगण kips,sscps,sstc,ssipcr के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।कार्यक्रम के अंत में कुलाधिपति महोदय के कर कमलों से फार्मेसी की छात्राओं नेहल,गीतिका, आशिता,ईशा,और प्रज्ञा को दिल्ली आई आई टी में आयोजित नेशनल ज़ोनल चैंपियनशिप में तृतीय स्थान पर प्राप्त करने ट्रॉफी तथा पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। उक्त कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी अध्यापक,अधिकारी,कर्मचारी सहित राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों सहित विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थिति थे।