
रायपुर-आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक एवं प्रसिद्ध रंगकर्मी मिर्ज़ा मसूद का शुक्रवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे और लम्बे अरसे से बीमार चल रहे थे।उनका पार्थिव शरीर आज इंदौर से रायपुर लाया जा रहा है। शनिवार को यहां उन्हें सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जायेगा।मिर्ज़ा मसूद खेल समेत विभिन्न कार्यक्रमों की बेहतरीन कमेंट्री के लिए जाने जाते थे। अपनी सुमधुर आवाज़ और लयबद्ध प्रस्तुतिकरण में महारत रहे मसूद ने श्रोताओं के दिलों में खास जगह बनायी थी।रंगकर्म के क्षेत्र में मसूद ने कबिरा खड़ा बाज़ार में, जहाज़ फूट गया है, जंगीराम की हवेली, जुलूस, बकरी, लोककथा 78, जिन लाहौर नई वेख्या, जांच पड़ताल, गोदान, कालिगुला और कैम्प जैसे अनेक नाटकों का निर्देशन के जरिए काफी लोकप्रियता बटोरी थी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मशहूर रंग निर्देशक और आकाशवाणी के वरिष्ठ उदघोषक मिर्ज़ा मसूद जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मिर्ज़ा मसूद जी ने अपना पूरा जीवन रंगमंच को समर्पित कर दिया। उनका निधन कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।मुख्यमंत्री साय ने अपने शोक संदेश में कहा, “मिर्ज़ा मसूद जी की करिश्माई आवाज़ और अंदाज उन्हें अद्वितीय बनाते थे। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हिंदी ब्रॉडकास्ट कमेंटेटर के रूप में भी अपनी विशेष पहचान बनाई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2019 में उन्हें चक्रधर सम्मान से नवाज़ा गया था।” मिर्ज़ा मसूद जी के कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा ।