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आयुष्मान भारत योजना में 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए नए प्रावधान से प्रदेश में 50 हजार से अधिक लोगो को मिलेगा लाभ

भोपाल-केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना में 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए किए गए नए प्रविधान से प्रदेश में 50 हजार से अधिक ऐसे लोगों को और लाभ मिल सकेगा जो आयकर दाता हैँ। इसके अतिरिक्त प्रदेश के चार लाख 30 हजार पेंशनर्स में से 70 वर्ष से अधिक के लगभग दो लाख योजना में शामिल हो जाएंगे। इस तरह इस आयु सीमा के लगभग ढाई लाख नए हितग्राही जुड़ेंगे। इसमें वे हितग्राही भी सम्मिलित होंगे जो गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) होने के कारण योजना से बाहर थे। अनुमान के अनुसार प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक के लोगों की संख्या लगभग 35 लाख है, जिन्हें योजना में किए गए नए प्रविधानों का लाभ मिलेगा।

प्रतिवर्ष 5 लाख की बीमा कवर
नई व्यवस्था में 70 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी हितग्राहियों को अलग कार्ड दिया जाएगा, जिसमें उन्हें प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये का अतिरिक्त बीमा कवर भी मिल सकेगा। यह राशि परिवार के साथ प्रतिवर्ष मिलने वाले पांच लाख रुपये के बीमा कवर के अतिरिक्त होगी।

एनएचए पोर्टल पर अपलोड दस्तावेजों के आधार पर बनेगा कार्ड
आयुष्मान भारत योजना मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि चिह्नित लोगों का नाम नेशनल हेल्थ अथारिटी (एनएचए) द्वारा ही पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसी आधार पर कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। बुजुर्गों को यह सुविधा निश्शुल्क मिलेगी।केंद्र सरकार की मंत्रिपरिषद ने हाल ही में योजना को स्वीकृति दी है।

प्रदेश सरकार बनवाएगी कार्ड
अब हितग्राहियों के कार्ड बनाने की जिम्मेदारी राज्यों की है। एनएचए की ओर से इस उम्र सीमा में आने वाले हितग्राहियों का डाटा सभी राज्यों से मांगा गया है। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना का संचालन करने वाली स्टेट हेल्थ अथारिटी (एसएचए) ने सांख्यिकी विभाग से 70 वर्ष से अधिक आयु वालों की जानकारी मांगी है।

अभी यह स्थिति
वर्ष 2018 से चल रही आयुष्मान भारत योजना में एक करोड़ 20 लाख परिवार के चार करोड़ 70 लाख हितग्राही हैं। प्रदेश के 549 निजी और 495 सरकारी अस्पतालों में योजना के अंतर्गत उपचार की सुविधा है। उपचार के लिए 1900 से अधिक बीमारियों का पैकेज तैयार किया गया है। इन्हीं में से 70 वर्ष से अधिक के बुजुर्गो को भी लाभ मिलता है। अलग से उनके लिए कोई बीमारी चिह्नित नहीं की गई है।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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