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कुंडली में कुबेर योग कब बनता है और जीवन पर क्या होता है इसका प्रभाव, इन 5 बातों से जानें

ज्योतिष शास्त्र में कुबेर योग को बहुत ही शुभ योग माना जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में कुबेर योग होता है, उसका जीवन धन-धान्य, सुख-समृद्धि और भौतिक सुखों संपन्नता से भरी होती है। कुबरे योग को धन लाभ से जोड़कर देखा जाता है। कुबेर योग का नाम धन के देवता कुबेर के ऊपर रखा गया है। आइए, जानते हैं कि किसी व्यक्ति की कुंडली में कुबेर योग कब बनता है।

कुंडली में कब बनता है कुबेर योग
कुबेर योग की बात करें, तो किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की कुछ विशेष स्थितियां होती हैं, जिनके होने पर कुबेर योग का निर्माण होता है। कुबेर योग का निर्माण तब होता है, जब कुंडली में दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी अपनी राशि में या उच्च राशि में हों। दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामियों के बीच परस्पर राशि विनिमय या युति हो। इन भावों के स्वामियों को अन्य शुभ ग्रहों से सकारात्मक दृष्टि प्राप्त होती है, तो कुबेर योग और भी ज्यादा मजबूत होता है।

ज्योतिष शास्त्र में आर्थिक संपन्नता से जुड़ा है दूसरा और ग्यारहवां भाव
कुबेर योग जन्म कुंडली में दूसरे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामियों की अनुकूल स्थिति से बनता है। ज्योतिष में दूसरा भाव धन, वित्त, भौतिक संपत्ति और पारिवारिक संसाधनों का कारक माना जाता है, जबकि ग्यारहवां भाव लाभ, आय और इच्छाओं की पूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है। जन्म कुंडली में दूसरा भाव का स्वामी व्यक्ति के धन और संचित संपत्ति का कारक होता है। दूसरे भाव और उसके स्वामी से जुड़े ग्रह व्यक्ति की वित्तीय स्थिति और भौतिक संपत्ति को काफी प्रभावित करते हैं। जबकि कुंडली में ग्यारहवें भाव की बात करें, तो ग्यारहवें भाव का स्वामी लाभ, आय और इच्छाओं की पूर्ति का कारक होता है। यह आशाओं, आकांक्षाओं और विभिन्न माध्यमों से संसाधन और धन प्राप्त करने का भाव है।

कुंडली में कुबेर योग होने के प्रभाव
जब किसी व्यक्ति की कुंडली में कुबेर योग बनता है, तो उसे जीवन में कभी आर्थिक तंगी नहीं होती। उसे हमेशा धन संचय के अवसर मिलते रहते हैं। साथ ही उसका करियर भी हमेशा नए आयामों को छूता है, जिससे उसके जीवन में आर्थिक स्थिरता बनी रहती है। इसके साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।

कुबेर योग से आमदनी बढ़ती जाती है
जिन लोगों की कुंडली में कुबेर योग होता है उन्हें रोजगार के अलावा भी अन्य स्रोतों से धन की प्राप्ति होती रहती है और एक से अधिक स्रोत से इनको धन लाभ मिलता है। खासकर बिजनेस करने वाले लोगों की आमदनी तेजी से बढ़ती जाती है। इसके अलावा भौतिक सुखों में भी वृद्धि होती है। व्यक्ति नया घर, वाहन खरीदता है और जमीन-जायदाद के मामले में भी खूब निवेश करता है।

बिजनस में होते हैं बहुत ही सफल
कुंडली में कुबेर योग होने से व्यक्ति को बिजनेस में भी काफी लाभ होता है। खासकर बिजनेस करने वाले लोग थोड़े से ही प्रयास में ही बड़ी सफलता प्राप्त कर लेते हैं और कुछ ही सालों की मेहनत में बिजनेस में खूब पैसे और नाम कमते हैं। वहीं, कुबेर योग का प्रभाव धन संचय यानी मनी सेविंग्स पर भी रहता है। ऐसे लोग अपने पैसों को सही जगह पर निवेश करते हैं, जिससे उन्हें काफी लाभ होता है।

 

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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