राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

चाचा-भतीजे हत्याकांड मामले से पर्दा उठ चुका, शराब नहीं डीजल कारोबारियों ने की चाचा-भतीजे की हत्या

मुरैना 
चाचा-भतीजे हत्याकांड मामले से पर्दा उठ चुका है। मुरैना जिले के सिहौनियां क्षेत्र में बीते सोमवार 26 मई को कुछ अवैध कारोबारियों ने चाचा-भतीजा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पहले कहा जा रहा था कि इस घटना के पीछे अवैध शराब कारोबारियों का हाथ है लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो आरोपी कोई और ही निकले।
 
गिरफ्तार आरोपियों के पास से हथियार व कार भी बरामद
जिले के पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि इस घटना को अंजाम अवैध शराब कारोबारी ने नहीं बल्कि अवैध डीजल के कारोबारियों ने दी थी। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने हत्याकांड का राजफाश करते हुए यह जानकारी दी कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही घटना के दिन इस्तेमाल किए गए हथियार व कार की बरामदगी भी कर ली गई है।

सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कार का मिला सुराग
इस मामले की गुत्थी तब सुलझी जब पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से कार का सुराग मिला। कार को पुलिस ने पोरसा की आइस फैक्ट्री से बरामद किया। इसके संचालक वीरपाल शुक्ला उर्फ वीरू और उसके साथी गोविंदा उर्फ पन्नू खटीक को पकड़ा गया। पुछताछ के बाद पता चला कि वीरू कार में अवैध डीजल ले जा रहा था। दोनों लोग टैंकरों से चोरी का डीजल खरीद कर गांवों में बेचने का काम करते थे।

कार रोका तो सामने से की थी फायरिंग
बता दें कि सिहोनिया के भाटापुरा नहर पुलिया के पास सोमवार (26 मई) की सुबह बंटी भदौरिया और उनके भतीजे भोला भदौरिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बंटी और भोला को अवैध शराब की तस्करी की सूचना मिली थी जिसे रोकने के लिए दोनों अपने साथियों के साथ एक कार पकड़ने गए थे। इसी बीच बिना नंबर की कार को जब उन्होंने घेरा तो कार सवारों ने फायरिंग कर दी, जिसमें दोनों की मौत हो गई थी।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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