मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी ने ताप और जल विद्युत उत्पादन में की बढ़ोत्तरी
भोपाल
मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी के विद्युत गृहों ने ताप व जल विद्युत उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई है। पॉवर जनरेटिंग कंपनी के संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंहपुर की यूनिट नंबर 5 ने जहां 150 दिन लगातार विद्युत उत्पादन किया, वहीं 37 वर्ष पुराने रानी अवंती बाई सागर जल विद्युत गृह बरगी ने पिछले वर्ष की तुलना में 21 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया।
बिरसिंगपुर की यूनिट नंबर 5 उत्पादन के साथ हासिल की अन्य उपलब्धियां- संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर की 500 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर 5 ने इस वर्ष 17 मई से संचालित होते हुए गत दिवस 150 दिन लगातार विद्युत उत्पादन करने का रिकार्ड बनाया। यूनिट नंबर 5 ने विभिन्न मापदंडों में भी उपलब्धि हासिल की। यूनिट ने 97.5 फीसदी प्लांट उपलब्धता फेक्टर (पीएएफ), 92.46 फीसदी प्लांट लोड फेक्टर (पीएलएफ) व यूनिट ने 5.89 प्रतिशत की ऑक्जलरी कंजम्पशन (एपीसी)की उपलब्धि हासिल की। यह यूनिट वर्तमान में भी सतत् विद्युत उत्पादन कर रही है।
बरगी जल विद्युत गृह ने दिखाया दमखम- रानी अवंतीबाई सागर जल विद्युत गृह बरगी की 37 वर्ष पुरानी 45-45 मेगावाट की यूनिट ने पूर्ण क्षमता से संचालित होते हुए इस वित्तीय वर्ष में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में समान अवधि में 21 मिलियन यूनिट अधिक विद्युत उत्पादन किया बरगी जल विद्युत गृह ने इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से 13 अक्टूबर तक 300 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया, जबकि जल विद्युत गृह ने गर्मी में प्रथम तिमाही (अप्रैल से जून) में पिछले वित्तीय वर्ष की इस समान अवधि में 51.41 मिलियन यूनिट अधिक विद्युत उत्पादन किया है। जल विद्युत गृह ने इस वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में 123.55 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में इस समान अवधि में बरगी जल विद्युत गृह द्वारा 72.14 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया था।
ऊर्जा मंत्री व अपर मुख्य सचिव ने दी बधाई- ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री मनु श्रीवास्तव व मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनजीत सिंह ने संजय गांधी ताप विद्युत गृह के यूनिट नंबर 5 और बरगी जल विद्युत गृह के अभियंताओं व कार्मिकों को बधाई देते हुए उनकी सराहना करते हुए कहा कि समर्पण, कड़ी मेहनत व प्रतिबद्धता से लक्ष्य अर्जित करने का यह सर्वश्रेष्ठ व अनुकरणीय उदाहरण है।