राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

मप्र सामान्य प्रशासन विभाग में अतिरिक्त सचिव हैं शैलबाला मार्टिन, ‘आप मुझे देश निकाला नहीं दे सकते महामंडलेश्वर जी’

भोपाल
मध्य प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी शैलबाला मार्टिन द्वारा मंदिरों में लाउडस्पीकर पर सवाल उठाने संबंधी बयान से उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मार्टिंन द्वारा अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट एक बयान की प्रतिक्रिया में शुक्रवार को महामंडलेश्वर अनिलानंद ने कहा था कि शैलबाला मार्टिन को लाउडस्पीकर से दिक्कत है तो उन्हें देश छोड़कर चले जाना चाहिए। उनकी यह प्रतिक्रिया शैलबाला को रास नहीं आई और उन्होंने इस पर पलटवार कर कहा है- 'आप मुझे देश निकाला नहीं दे सकते महामंडलेश्वर जी।' मप्र सामान्य प्रशासन विभाग में अतिरिक्त सचिव शैलबाला ने यह पलटवार शनिवार को एक्स हैंडल पर पोस्ट करके किया।

यह कहा था महामंडलेश्वर ने
बता दें कि महामंडलेश्वर अनिलानंद ने शुक्रवार को गुना में मीडिया से बातचीत में कहा था- 'झांकियों की बात छोड़ दें तो मंदिर-मस्जिद में सीमित समय के लिए लाउडस्पीकर बजते हैं। शैलबाला मार्टिन को इससे भी दिक्कत है तो उन्हें देश छोड़कर चले जाना चाहिए।' इसके विरोध में शैलबाला ने यह भी लिखा है- 'हमारे संविधान ने इस देश पर मुझे भी उतना ही अधिकार दिया है, जितना अन्य नागरिक को। किसी के कहने या धमकाने से हमारे अधिकार कम नहीं हो सकते। संविधान के रहते हुए यह देश किसी एक कौम का नहीं है। यह हम सबका है। इस देश को बनाने में मेरे पुरखों का खून पसीना मिला है, मेरे पुरखे भारतीय सेना की वर्दी पहनकर इस देश के लिए जंग भी लड़े हैं……मेरे पुरखे इस देश की मिट्टी में दफन हैं। इस देश की पवित्र माटी में दफन होने के लिए दो गज जमीन पर मेरा भी हक है। कोई माई का लाल ये हक मुझसे छीन नहीं सकता।'

इसलिए उठा विवाद
बता दें कि कुछ दिन पहले एक्स पर किसी ने पोस्ट किया था- " तर्क ये दिया जा रहा है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर से अज़ान की आवाज़ें जब लोगों को डिस्टर्ब करती हैं तो मस्जिदों के सामने डीजे बजाने से परेशानी क्यों होना चाहिए?" इस पर मार्टिन ने लिखा था- "और मंदिरों पर लगे लाउडस्पीकर, जो कई कई गलियों में दूर तक स्पीकर्स के माध्यम से ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं, जो आधी-आधी रात तक बजते हैं उनसे किसी को डिस्टरबेंस नहीं होता.?" मार्टिन का यह बयान विवाद का विषय बना हुआ है। कांग्रेस ने उनके इस बयान का समर्थन किया है।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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