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एनआईटी रायपुर में कोडउत्सव 8.0 का हुआ आयोजन, एफआरसीसी मुंबई बनी विजेता

रायपुर

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर के कोडिंग क्लब ,ट्यूरिंग क्लब आॅफ प्रोग्रामर्स (टीसीपी) ने अपने वार्षिक फ्लैगशिप इवेंट, कोडउत्सव 8.0 का दो दिवसीय  आयोजन 26 व 27 अक्टूबर को किया। दो दिनों तक चलने वाला 28 घंटे का एक राष्ट्रीय हैकाथॉन रहा। 26 अक्टूबर को उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सेल के जितेंद्र प्रताप सिंह चौहान और एन आई टी रायपुर के निदेशक डॉ. एन.वी. रमना राव उपस्थित रहे। करियर और डेवलपमेंट सेल (सीडीसी) के प्रमुख डॉ. समीर बाजपेई और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के प्रमुख डॉ. संजय कुमार भी इस आयोजन में उपस्थित थे। इस कार्यक्रम को टीसीपी क्लब के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. पवन कुमार मिश्रा के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित किया गया ।

डॉ. राव ने हार्ड और सॉफ्ट स्किल्स दोनों के विकास के साथ ही समस्याओं को हल करने, सृजन करने और सहयोग करने की क्षमता पर भी जोर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चौहान ने देश के बदलते तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य के बारे में बताया; किस तरह भारत आईटी और विनिर्माण की शक्ति बन रहा है । मुख्य अतिथि, निदेशक महोदय और हैकाथॉन के जजों को स्मृति चिन्ह भेंट करने के बाद, एन आई टी सिक्किम के डॉ. संग्राम रे, एमएनआईटी भोपाल के डॉ. राहुल चौरसिया और मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर के डॉ. ऋषव दुबे द्वारा रिबन काटने के साथ हैकाथॉन को औपचारिक रूप से उद्घाटित किया गया। "कोड, इनोवेट, सेलिब्रेट" के उद्देश्य और इस वर्ष की रेट्रो पिक्सेल आर्ट थीम से प्रेरित होकर इस वर्ष इस प्रतियोगिता में 550 टीमों के लगभग 2000 से ज्यादा प्रतिभागियों ने अप्लाई किया था जिसमें से 40 टीमों के 150 से ज्यादा प्रतिभागियों का चयन इस प्रतियोगिता के लिए हुआ । इन कुल 40 टीमों में से 20 एनआईटी रायपुर से और शेष 20 भारत के विभिन्न कॉलेजों से रही। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को लगभग 1.60 लाख के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।

टीमों को विशिष्ट प्रॉब्लम स्टेटमेंट के अनुसार 6 श्रेणियों में विभाजित किया गया था, जबकि एनआईटी रायपुर के पहले वर्ष के छात्रों के लिए एक श्रेणी को ओपन इनोवेशन के लिए रखा गया था।कोडउत्सव 8.0 के समापन समारोह कार्यक्रम में अविनाश मिश्रा, आयुक्त, नगर निगम रायपुर, डॉ. एन.वी. रमन्ना राव, निदेशक एनआईटी रायपुर, डॉ. श्रीश वर्मा, डीन एकेडमिक्स और अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही ।

मुख्य अतिथि अभिनाश मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया और छात्रों के उत्साह की सराहना करते हुए अपने कॉलेज के दिनों को याद किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों में भाग लेना बहुत कुछ सिखाता है और दुनिया की अधिकतर वित्तीय व्यवस्था तकनीकी प्रगति पर आश्रित हैं। इस हैकाथॉन की विजेता एफआरसीसी मुंबई की टीम 4द्ब थी, जिसने रॉक सैंपल में मौजूद खनिजों के प्रकार और अनुपात का पता लगाने और उसके लिए विश्लेषण प्रदान करने पर काम किया। उन्होंने ऐसा करने के लिए ्रह्म्स्रह्वद्बठ्ठश प्रोग्रामिंग, मशीन लर्निंग और ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया। एनआईटी रायपुर की टीम नॉट फाउंड ने फायरबेस और कंप्यूटर विज? जैसी तकनीकों से बुजुर्ग लोगों के लिए वीआर और एआर अनुभव बनाने की अपनी परियोजना के साथ रनर अप स्थान प्राप्त किया। जबकि एनआईटी राउरकेला की टीम एस्टेटाइन ने सोशल मीडिया एल्गोरिदम डिजाइन करके दूसरा रनर अप स्थान प्राप्त किया, जिसके माध्यम से ड्रग तस्करी और उसके डीलरों का पता लगाया जा सकता है, और उन्हें चिह्नित करके पकड़ा जा सकता है। उन्होंने अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए पायथन में वेब डेवलपमेंट, जियोफोरेंसिक और मशीन लर्निंग मॉडल लागू किए। सभी वाइ ओपन इनोवेशन चैलेंज की विजेता एनआईटी रायपुर की 'टीम पोटैटो कोडर्सझ् रही। प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स की विजेता टीम 'डेडलॉक वारियर्सझ्, 'टीम मलाईझ् , 'टीम एलीटझ् , 'टीम जार्विसझ्, 'टीम बाइनरी बॉट्सझ् , 'टीम मिन जी डब्लू & 86झ् रही। सभी विजेताओं को प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए गए। टीमों ने मशीन लर्निंग ,ब्लॉकचेन, फायरबेस और कंप्यूटर विजन जैसी तकनीकों का उपयोग किया।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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