RO.NO. 13207/103
उज्जैनमध्यप्रदेश

उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में मुफ्त की वीआईपी सेवा अब बंद हुई, दर्शन घोटाले के बीच लिया बड़ा फैसला

उज्जैन-उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में मुफ्त की वीआईपी सेवा अब बंद हो गई है. महाकालेश्वर मंदिर की आमदनी में भी अब बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. श्रद्धालुओं से अवैध वसूली कर उन्हें कई प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने वाले 10 लोग अभी तक जेल की हवा खा चुके हैं. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में नए साल के आगाज पर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यापक पैमाने पर तैयारी की गई है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के मुताबिक मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है. नव वर्ष पर श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो जाता है.

इस बार साल के अंतिम दिनों में भी श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के मुताबिक शीघ्र दर्शन व्यवस्था के लिए मंदिर समिति की ओर से 250 रुपये की रसीद काटी जा रही है. इसके अलावा, प्रोटोकॉल दर्शन में भी शीघ्र दर्शन सुविधा का लाभ लेने पर प्रति श्रद्धालु 250 रुपये की रसीद बनाई जा रही है. इसी तरह मंदिर के नियमों का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है. इससे मंदिर समिति की आमदनी में भी बढ़ोतरी हो गई है.

श्रद्धालुओं से वसूली कर मंदिर समिति को लगाया चूना
उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के मुताबिक महाकालेश्वर मंदिर में किलो सक्रिय था जो श्रद्धालुओं से अवैध वसूली कर उन्हें ऐसी सुविधा उपलब्ध कराता था जिसके लिए मंदिर समिति द्वारा अलग-अलग प्रकार के शुल्क तय किए गए हैं. अभी तक इस मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें आठ महाकालेश्वर मंदिर समिति के कर्मचारी हैं. इनमें से दो कर्मचारी राकेश और विनोद को पहले ही जेल भेज दिया गया है, जबकि राजेंद्र सिंह, अभिषेक भार्गव, राजकुमार सहित अन्य कर्मचारी भी इस मामले में पकड़े जा चुके हैं.

महाकालेश्वर मंदिर में बैठक
नए साल पर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति के प्रशासक अनुकूल जैन अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने बताया कि मंदिर में नए वर्ष के अवसर पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है.

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

RO.NO. 13207/103

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button