राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

आज आसमान में होगी दुर्लभ खगोलीय घटना,6 ग्रह आएंगे 1 कतार में, मंगल, जुपिटर, शुक्र और शनि आंखों से देख सकेंगे

भोपाल

 रिपब्लिक डे-इंडिपेंडेंस डे और आर्मी-डे पर तो आपने सेना की परेड जरूर देखी होगी। लेकिन हम यहां, जिस परेड की बात कर रहे हैं वो हैं ‘ग्रहों की परेड’ की। इसे ‘प्लैनेट परेड’ (Planet Parade) भी कहते हैं। अरे रुकिए.. ज्यादा मत सोचिए। हम ये नहीं कह रहे हैं कि प्लैने एक आकर सेना की तरह लेफ्ट-राइट-लेफ्ट-राइट करेंगे। दरअसल हमारे सोलर सिस्टम (जिसे हम मिल्की वे (Milky Way) वे कहते हैं) के सात ग्रह एक कतार में आकर परेड करेंगे। मतलब सूर्य का चक्कर लगाते हुए एक लाइन में नजर आएंगे। इन्हें देखने पर ऐसा लगेगा जैसे कि ये सूर्य की अध्यक्षता में एक साथ परेड कर रहे हैं। जनवरी-फरवरी के दौरान आसमान में आप इन ग्रहों रात्रि में नंगी आंखों से देख सकते हैं।

अंतरिक्ष में सभी 7 ग्रहों की परेड बेहद दुर्लभ है। प्लैनेट परेड के दौरान सात ग्रह यानी शनि, बुध, नेपच्यून, शुक्र, यूरेनस, बृहस्पति और मंगल आकाश में एक सीध में आएंगे। वैज्ञानिकों ने होने वाली इस खगोलीय घटना को दुर्लभ ग्रह संयोग बताया है। दावे किए जा रहे हैं कि यह खगोलीय घटना 396 अरब साल में एक बार होती है। ऐेसे में अगर इस बार चुके तो 396 अरब साल बाद इस खगोलीय घटना को देखने का मौका मिलेगा। उस समय तक मानव की कई पीढ़िया गुजर चुकी होंगी। तब शायद हमारी गलैक्सी मिल्की वे भी न रहे क्योंकि उस समय तक हमारी आकाश गंगा अपनी उम्र बिता चुकी होगी।

अमेरिकी स्पेस रिसर्च वेबसाइट स्टारवॉक के मुताबिक, 21 जनवरी को यह परेड सूरज ढलने के तुरंत बाद शुरू हो जाएगी। जब शुक्र, शनि, बृहस्पति, मंगल, नेपच्यून और यूरेनस एक लाइन में आ जाएंगे। हालांकि ये बिल्कुल सीधी लाइन नहीं होगी, क्योंकि सभी ग्रहों की स्थिति एक-दूसरे से कुछ डिग्री ऊपर और नीचे है। फ्लोरिडा में बिशप म्यूजियम ऑफ साइंस एंड नेचर में प्लेनेटेरियम सुपरवाइजर हन्ना स्पार्क्स ने कहा, ‘वे (ग्रह) एक सीधी रेखा में नहीं हैं, लेकिन वे सूर्य के एक तरफ एक दूसरे के काफी करीब हैं।

यूरेनस और नेपच्यून को टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा, क्योंकि ये दोनों ग्रह धरती से ज्यादा दूरी पर हैं। शुक्र और शनि पश्चिम दिशा में दिखाई देंगे, जबकि बृहस्पति और मंगल पूर्व दिशा में दिखेंगे। इस परेड को देखने का सबसे अच्छा समय सूर्यास्त के लगभग 45 मिनट बाद का है। इस परेड में सिर्फ 6 ग्रह ही दिखाई देंगे।

कब एक साथ दिखेंगे सात ग्रह

वैज्ञानिकों के मुताबिक, 28 फरवरी तक छह ग्रह अंतरिक्ष एक सीध में आ जाएंगे, लेकिन इसके बाद सात ग्रह यानी शनि, बुध, नेपच्यून, शुक्र, यूरेनस, बृहस्पति और मंगल आसमान में एक साथ दिखाई देंगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक दुर्लभ ग्रह संयोग है। फिर ग्रहों की इस परेड को एक बार फिर 8 मार्च को देखा जा सकता है। इस दौरान बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, नेपच्यून, यूरेनस और शनि एक साथ दिखेंगे।

एक-एक कर जुड़ते जाएंगे ग्रह

इसके बाद यह परेड 25 जनवरी को भी होगी। 20 फरवरी को होने वाली परेड में बुध भी शामिल हो जाएगा। इससे यह पृथ्वी के अलावा सोलर सिस्टम के सभी 7 ग्रहों की परेड बन जाएगी। हालांकि, उस समय सभी ग्रहों को देखना मुश्किल होगा क्योंकि तब शनि, शुक्र और नेपच्यून सूर्य के काफी करीब होंगे।आमतौर पर ग्रह सूर्यास्त के कुछ घंटों बाद दिखाई देते हैं। जब सूर्य की बची हुई रोशनी खत्म हो जाती है। प्लैनेट परेड को देखने के लिए शहर से दूर या किसी अंधेरे वाली जगह पर जाना चाहिए। जहां आसमान साफ नजर आता हो।

क्या होती है प्लैनेट परेड

हमारे सौरमंडल के सभी ग्रह सूर्य के चारों तरफ घूमते हैं। जब कुछ ग्रह थोड़े वक्त के लिए सूरज की एक तरफ इकट्ठा हो जाते हैं, तो ऐसा लगता है कि वो एक दूसरे के आसपास हैं। जब कुछ ग्रह एक सीधी लाइन में नजर आते हैं, तो इसे प्लैनेट परेड या प्लैनेटरी अलाइनमेंट कहते हैं।आसान भाषा में समझें तो सोलर सिस्टम में 8 ग्रह सूरज का चक्कर लगाते हैं। इनमें से एक पृथ्वी भी है। यह ग्रह हमेशा एक दूसरे से अलाइन होते हैं। सोलर सिस्टम ऐसा ग्रुप नहीं है, जहां ग्रह इधर-उधर भाग रहे होते हैं। बल्कि सोलर सिस्टम एक ऑमलेट की तरह है। ग्रह इसके चारों ओर सर्किल शेप में चक्कर लगाते रहते हैं।हर एक ग्रह किसी दूसरे ग्रह से दूर होता है, इसलिए इन ग्रहों का चक्कर लगाने का समय भी अलग-अलग होता है। ऐसे में जब सभी ग्रह सूरज का चक्कर लगाते हुए एक सीधी लाइन में आ जाते हैं, तो उसे प्लैनेट परेड कहते हैं।

भारत में कहां-कहां से दिखेगा ग्रहों का परेड

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस परेड को भारत में 21 जनवरी से 13 फरवरी तक देखा जा सकेगा। इस दौरान परेड में ग्रह बढ़ते-घटते रहेंगे।21 जनवरी को शाम 7.30 बजे खासतौर पर इन ग्रहों का अद्भुत नजारा दिखेगा। इसे घरों की छत, ऊंची बिल्डिंग और किसी ऊंचे स्थान से भी देख सकते हैं। शुक्र, शनि और नेपच्यून को कई जगहों पर रात 11.30 बजे तक देख सकते हैं। इसके बाद मंगल, बृहस्पति और यूरेनस देर रात तक दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, मंगल सूर्योदय से ठीक पहले दिखना बंद हो जाएगा।

यह प्लैनेट परेड कब खत्म होगी

रिपोर्ट के मुताबिक, 8 मार्च को यह परेड खत्म हो जाएगी। इस आखिरी परेड में मंगल, बृहस्पति, शुक्र, यूरेनस, नेपच्यून और बुध ग्रह शामिल रहेंगे। इस दौरान आसमान में आधा चांद भी दिखाई देगा। जो इस अद्भुत नजारे को और खास बना देगा। आमतौर पर यह परेड कुछ दिनों तक चलती है, लेकिन इस बार यह 21 जनवरी से 8 मार्च तक चलेगी।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button