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नडाल मैड्रिड ओपन के दूसरे दौर में

नडाल मैड्रिड ओपन के दूसरे दौर में

 भारतीय पुरूष टीम की नजरें थॉमस कप खिताब बरकरार रखने पर

 विश्व कप : ज्योति, सुरेखा कंपाउंड मिश्रित टीम फाइनल में , तीरंदाजों की नजरें चार स्वर्ण पर

मैड्रिड
 रफेल नडाल ने अमेरिकी युवा डारविन ब्लांच को हराकर मैड्रिड ओपन टेनिस के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया। इस साल एटीपी टूर पर दूसरा मैच खेल रहे नडाल ने अपने से 21 साल छोटे प्रतिद्वंद्वी पर 6.1, 6.0 से जीत दर्ज की।

चौदह बार के फ्रेंच ओपन चैम्पियन नडाल की नजरें अगले महीने होने वाले इस ग्रैंडस्लैम में खिताबी जीत पर लगी है। पिछले साल कूल्हे का आपरेशन कराने वाले 22 साल के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन ने कहा था कि 2024 टूर पर उनका आखिरी साल होगा।

अन्य मुकाबलों में फेलिक्स आगर एलियास्सिमे ने योशिहितो निशिओका को 4.6, 6.1, 6.4 से हराया। वहीं लोरेंजो सोनेगो ने रिचर्ड गास्केट तो 6.2, 7.5 से मात दी। ब्राजील के थियागो मोंटेइरो ने डुसान लाजोविच को 6.4, 6.3 से हराया और अब वह स्टेफानोस सिटसिपास से खेलेंगे।

महिला वर्ग में इगा स्वियातेक ने वांग शियू को 6.1, 6.4 से हराया। अमेरिका की कोको गाफ ने अरांतजा रूस को 6.0, 6.0 से मात दी। पूर्व नंबर एक नाओमी ओसाका को 15वीं वरीयता प्राप्त लियुडमिला सैमसोनोवा ने 6.2, 4.6, 7.5 से हराया।

 भारतीय पुरूष टीम की नजरें थॉमस कप खिताब बरकरार रखने पर

चेंगडू
भारतीय पुरूष बैडमिंटन टीम शनिवार से शुरू हो रहे थॉमस कप में एकल खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन के दम पर खिताब बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी जबकि उबेर कप में पी वी सिंधू के बिना युवा महिला टीम की नजरें भी अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ने पर लगी होंगी।

दो साल पहले भारत ने पहली बार थॉमस कप जीतकर तहलका मचा दिया था। पुरूष वर्ग में यह टूर्नामेंट टीम विश्व चैम्पियनशिप की तरह है।

अपेक्षाओं के दबाव के बिना भारत ने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों को हराकर भारतीय बैडमिंटन के इतिहास का सुनहरा अध्याय लिखा। अब एक बार फिर उन पर इस प्रदर्शन को दोहराने का दबाव होगा।

भारत को ‘ग्रुप आफ डैथ’ मिला है जिसमें कई बार की विजेता इंडोनेशिया, थाईलैंड और इंग्लैंड है। भारत को पहला मुकाबला थाईलैंड से खेलना है जिसमें मौजूदा विश्व चैम्पियन कुंलावुत वितिदसर्न और युवा पी तीरारात्साकुल हैं।

तीसरी वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया की टीम में जोनाथन क्रिस्टी और एंथोनी जिंटिंग जैसे सितारे हैं जो मार्च में आल इंग्लैंड फाइनल्स खेल चुके हैं। इनके अलावा मुहम्मद रियान अर्दियांतो और फजर अल्फियान की सातवीं रैंकिंग वाली जोड़ी भी टीम में है।

भारत के एच एस प्रणय ने कहा ,‘‘ यह वर्ष कठिन होगा। मौजूदा फॉर्म को देखते हुए अधिकांश टीमों में तीन मजबूत एकल खिलाड़ी और दो युगल खिलाड़ी हैं।’’

दो साल पहले निर्णायक पांचवां एकल मुकाबला जीतने वाले प्रणय इस सत्र के पहले हाफ में फिटनेस समस्याओं से जूझने के बाद आये हैं। उन्होंने हालांकि हाल ही में चीन के लू गुआंग जू को हराकर फॉर्म में लौटने के संकेत दिये हैं।लक्ष्य सेन फ्रेंच ओपन और आल इंग्लैंड में सेमीफाइनल तक पहुंचे।

दो साल पहले सभी छह मैच जीतने वाले किदाम्बी श्रीकांत 2022 राष्ट्रमंडल खेल और 2023 एशियाई खेलों में टीम चैम्पियनशिप फाइनल हार गए थे।

तीसरे एकल की जिम्मेदारी प्रियांशु राजावत को भी दी जा सकती है जो बैंकाक में टीम का हिस्सा थे और पिछले साल ओरलियंस सुपर 300 खिताब जीता।

युगल में सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने विश्व टूर पर लगातार चार फाइनल जीते हैं। उनके अलावा ध्रुव कपिला और अर्जुन एमआर दूसरी जोड़ी होगी।

उबेर कप में अष्मिता चालिहा भारत की युवा टीम की अगुवाई करेगी। भारत के धुरंधर खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक क्वालीफायर खेलने के लिये इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं।

भारत को ग्रुप ए में कनाडा, चीन और सिंगापुर के साथ रखा गया है। टीम में चालिहा के अलावा राष्ट्रीय चैम्पियन अनमोल खरब, ईशारानी बरूआ और तन्वी शर्मा हैं।

 विश्व कप : ज्योति, सुरेखा कंपाउंड मिश्रित टीम फाइनल में , तीरंदाजों की नजरें चार स्वर्ण पर

शंघाई
ज्योति सुरेखा वेन्नम और अभिषेक वर्मा की कंपाउंड मिश्रित टीम ने तीरंदाजी विश्व कप के फाइनल में पहुंचकर शुक्रवार को भारत का चौथा पदक पक्का कर दिया।

दुनिया की दूसरे नंबर की टीम ने पांच ही अंक गंवाते हुए मैक्सिको की आंद्रिया बेसेरा और लोट मैक्सिमो मेंडेज ओर्टिज को 155.151 से हराया।

अब उनका सामना एस्तोनिया से होगा। ज्योति महिला कंपाउंड टीम में भी शामिल है जो बुधवार को फाइनल में पहुंच गई।

एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ज्योति पदक की हैट्रिक की दौड़ में है।

भारतीय तीरंदाज चार टीम स्पर्धाओं के फाइनल में पहुंच गए और कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में ज्योति तथा प्रियांश सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक की दौड़ में हैं।

भारतीय टीम कंपाउंड पुरूष, महिला, मिश्रित और पुरूष रिकर्व टीम स्पर्धाओं के फाइनल में पहुंची है।

रिकर्व व्यक्तिगत वर्ग के एलिमिनेशन दौर के मुकाबले आज ही होंगे।

ज्योति और वर्मा को पहले दौर में बाय मिला था जिसके बाद उन्होंने 160 में से 160 अंक बनाकर आस्ट्रेलिया की जॉर्जिया ग्राहम और ब्रेंडन हावेस को आठ अंक से हराया। इसके बाद उन्होंने लक्जेमबर्ग की मारिया श्कोल्ना और जिलेस सेवर्ट को 155.151 से मात दी।

 

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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