श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले शिक्षक किये गए सम्मानित
22 शिक्षकों को प्रमाणपत्र और सम्मान निधि कुलाधिपति आई पी मिश्रा ने प्रदान किये

भिलाई-स्थानीय श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर उत्कृष्ट शोध कार्य करने वाले शिक्षकों को विश्वविद्यालय द्वारा लगातार प्रोत्साहित किया जाता है।विश्वविद्यालय द्वारा गौरवपूर्ण आयोजन में विश्वविद्यालय के 22 शिक्षकों को प्रमाणपत्र और सम्मान निधि कुलाधिपति आई पी मिश्रा ने प्रदान की।
जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के डायरेक्टर विकास डॉ सुशील चंद्र तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य में विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान आधारित अर्थ व्यवस्था को बढ़ावा देने अनुसंधान को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है।विश्वविद्यालय के शिक्षक जिनके शोधपत्र अंतरराष्ट्रीय एवं प्रमुख राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं तथा पेटेंट प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है।पुस्तकों का लेखन किया है और शोध गतिविधियों में विधार्थियों को बढ़ावा दिया है उन्हें प्रमाण पत्र तथा सम्मान राशि प्रदान की गई है।
विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के विभिन्न विषयों के 22 प्राध्यापक इस वर्ष सम्मानित हुए हैं जिनमें रसायन शास्त्र से डॉ प्राची निमजे,फिजिक्स से डॉ रवि श्रीवास्तव,डॉ सुमिता सेनगुप्ता,लाइफ साइंस से डॉ निहारिका देवांगन,डॉ परख सहगल,शेफाली माथुर,स्वेता गायकवाड़,नरेश देवांगन,मैनेजमेंट से डॉ नेहा सोनी,डॉ एकता मिश्रा है।फार्मेसी के क्षेत्र में विश्वविद्यालय में उच्च स्तरीय शोध कार्य एवं शोध परियोजनाओं पर निरंतर कार्य हो रहा है।
फार्मेसी से डॉ हेमंत बड़वैक,डॉ स्वर्णली दास पॉल,डॉ आलोक सिंह ठाकुर,जागेश्वर सिंह,सुमन श्रीवास्तव,पूजा गडकरी,जयश्री,राजेश चौधरी, अंशुल राम,आशीष पांडे,गुंजन जैसवानी,लोकमान्य देवांगन कॉमेंट किया गया। विगत वर्षों से शिक्षकों के शोध कार्य को प्रोत्साहित करने से युवाओं में अनुसंधान के प्रति रुचि बढ़ी है।
कुलाधिपति आई पी मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि अनुसंधान और विकास,नवाचार को बढ़ावा देने से हम विकसित भारत के संकल्प को साकार कर सकेंगे।पुरस्कार ज्ञान और कौशल विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।इस कार्यक्रम में कुलपति डॉ ए के झा,डायरेक्टर डॉ पी बी देशमुख,कुलसचिव पी के मिश्रा,प्राचार्य,डीन, प्राध्यापक एवं छात्र छात्राएं बढ़ीसंख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ समता देशपांडे एवं डॉ प्राची निमजे ने किया।