राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह: नवाचार और ज्ञान को प्रोत्साहन

भोपाल

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह बड़े उत्साह और उमंग के साथ आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने अपनी वैज्ञानिक सोच और ज्ञान का प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम महान वैज्ञानिक सर सी.वी. रमन की क्रांतिकारी खोज "रमन प्रभाव" की विरासत को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। इस आयोजन में कक्षा 8वीं से 12वीं तक के छात्रों ने दो प्रमुख प्रतियोगिताओं – विज्ञान प्रश्नोत्तरी और मॉडल प्रस्तुति में भाग लिया।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा, नवाचार और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देना था, साथ ही उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक मंच प्रदान करना था। समारोह की शुरुआत उद्घाटन सत्र से हुई, जिसमें वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित शिक्षकों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) हेमंत कुमार नाशिने, डीन, एसएएसएल, वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय, जो एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक हैं, ने छात्रों को संबोधित करते हुए वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार के महत्व पर जोर दिया। इस समारोह में कुल 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

रोमांचक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता: वैज्ञानिक ज्ञान की परीक्षा
विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता इस दिन के मुख्य आकर्षणों में से एक रही, जिसमें विभिन्न सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की कई टीमों ने भाग लिया। इस प्रश्नोत्तरी का उद्देश्य छात्रों के सामान्य विज्ञान, अनुप्रयुक्त विज्ञान और आधुनिक वैज्ञानिक क्रांतियों से संबंधित ज्ञान का मूल्यांकन करना था। प्रतिभागियों ने भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और तकनीकी प्रगति से जुड़े प्रश्नों का उत्तर देते हुए अपनी बुद्धिमत्ता, त्वरित सोच और टीम वर्क का प्रदर्शन किया।

कड़े मुकाबले के बाद, भूमिका झाला ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, परिन मांकड़ी ने द्वितीय स्थान और प्रिंस बागवाह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ये सभी सीएम राइज़ हायर सेकेंडरी स्कूल, आष्टा के छात्र हैं, जिन्होंने अपनी उत्कृष्ट ज्ञान और विश्लेषणात्मक क्षमता का परिचय दिया। इसके अलावा, हायर सेकेंडरी स्कूल, कोठरी और शहीद नायक श्री जितेंद्र कुमार हायर सेकेंडरी स्कूल, आमलाहा के छात्रों ने भी सराहनीय उत्साह और विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

नवाचार आधारित मॉडल प्रस्तुति: रचनात्मकता को बढ़ावा
मॉडल प्रस्तुति प्रतियोगिता ने युवा नवाचारियों को अपनी रचनात्मकता और वैज्ञानिक कौशल प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया। छात्रों ने "समाज और सतत विकास में विज्ञान के अनुप्रयोग" थीम पर आधारित कार्यशील और स्थिर मॉडल प्रस्तुत किए। इनमें नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण, कृषि विकास और अपशिष्ट पुनर्चक्रण से जुड़े मॉडल शामिल थे। मॉडलों का मूल्यांकन नवाचार, व्यावहारिकता, वैज्ञानिक सटीकता और प्रस्तुति कौशल के आधार पर वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों की जूरी द्वारा किया गया।

कई प्रभावशाली परियोजनाओं में से, शहीद नायक श्री जितेंद्र कुमार हायर सेकेंडरी स्कूल, आमलाहा के "फायर अलार्म" मॉडल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। सीएम राइज़ हायर सेकेंडरी स्कूल, आष्टा के "व्हील स्टोन ब्रिज" मॉडल ने द्वितीय स्थान और हायर सेकेंडरी स्कूल, कोठरी के "पबानुर्जा" मॉडल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन मॉडलों को उनकी मौलिकता और व्यावहारिक उपयोगिता के लिए सराहा गया।

युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा
समापन समारोह में आयोजक समिति ने प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना की और राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला, जिससे छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो सके। मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) हेमंत कुमार नाशिने, डीन, एसएएसएल, वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय ने छात्रों और शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए इस कार्यक्रम को एक शानदार सफलता बताया।

कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों, आयोजकों और छात्र स्वयंसेवकों को धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में योगदान दिया। विजेताओं को प्रमाण पत्र और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया, जबकि सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रयासों के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह ने युवा प्रतिभाओं की जिज्ञासा और नवाचार की भावना को प्रदर्शित किया, जो भविष्य में वैज्ञानिक खोजों और तकनीकी उन्नति की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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