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भोपाल और जबलपुर में मार्च की ठंड ने पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, पारा 10 डिग्री से नीचे

भोपाल

मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज इस बार काफी चौंका रहा है. दिसंबर-जनवरी में जहां ठंड ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए तो अब मार्च में जाते- जाते फिर रिकॉर्ड बना दिया है. जबलपुर, भोपाल और इंदौर में ठंड ने 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यहां मार्च के महीने में रात का तापमान 10 सालों बाद 10 डिग्री के नीचे चला गया है. इसके साथ ही 13 जिलों में पिछले 24 घंटे में ठंड ने जबर्दस्त वापसी की है.
कहां कितना रहा तापमान?

बात करें मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों की तो भोपाल में बीती रात तापमान 9.8 दर्ज किया गया. वहीं जबलपुर में 9.6, उज्जैन में 9, इंदौर में 10.8 और ग्वालियर में 11.6 डिग्री सेल्सियस तक पारा गिर गया. इससे पहले जहां दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया जा रहा था, तो वहीं पश्चिमी विक्षोभ के असर से मध्य प्रदेश के मौसम ने फिर लोगों को चौंका दिया.

मार्च में टूटा 10 साल का रिकॉर्ड

मौसम विभाग के 2015 के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 10 सालों में मार्च के महीने में भोपाल, जबलपुर और इंदौर में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गया. मार्च 2015 में भोपाल में न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस, जबलपुर में 11.5 डिग्री सेल्सियस और इंदौर में 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
मार्च में दिन गर्म और रातें रहती हैं ठंडी

मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि पिछले दस सालों में मार्च में दिन काफी गर्म होते हैं और रातें कुछ हद तक ठंडी. पिछले दस सालों में मार्च के मौसम में दिन और रात के तापमान में 20 से लेकर 27 डिग्री सेल्सियस तक का अंतर देखने मिला है. वहीं कई बार हल्की बारिश भी दर्ज की जाती है. हालांकि, इस बार मार्च की ठंड ने एक दशक बाद फिर चौंकाया है.

क्यों पड़ी मार्च में इतनी ठंड?

मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. सुरेंद्र कुमार के मुताबिक, '' पश्चिमी हिमालय में दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होने से अति भारी बारिश व बर्फबारी हुई है. इसके बाद पिछले तीन दिनों से उत्तरी हवाएं मध्य प्रदेश में आ रही हैं. इन्हीं बर्फीली हवाओं की वजह से मध्य प्रदेश में लंबे अरसे के बाद मार्च में कोल्ड वेव की स्थिति बनी है. जैसे-जैसे नए वेदर पैटर्न एक्टिव होंगे और हवा की रफ्तार बदलेगी, वैसे-वैसे ठंड का असर कम होगा. होली के बाद मध्य भारत में कई शहरों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.''
आगे कैसा रहेगा एमपी का मौसम?

बात करें आने वाले दिनों की तो फिलहाल मौसम विभाग ने बारिश होने की कोई संभावना नहीं जताई है. हालांकि, 9 मार्च को नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होने से मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में 10 मार्च के बाद फिर मौसम बदलेगा. अगले 24 घंटे में तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव देखने मिलेगा. बता दें कि पिछले 24 घंटे में शाजापुर का गिरवर सबसे ठंडा रहा. यहां तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं बड़वानी में 7.5, सीहोर में 7.7, मंडला में 8, उमरिया में 8.2 और खजुराहो में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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