डॉ.हेडगेवार के जन्म दिवस पर आरएसएस द्वारा पुष्पांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन

भिलाई-महर्षि दयानंद सरस्वती शिशु मंदिर कैलाश नगर में दिनांक 30 मार्च 2025 को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा अपने शताब्दी वर्ष एवं हिन्दू नववर्ष के अवसर पर आद्य सर संघ चालक केशव बलीराम हेडगेवार जी के जन्म दिवस पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।डॉ.हेडगेवार जी की मूर्ति के समक्ष पूर्व प्रान्त संघ चालक बिसरा राम यादव,दुर्ग जिला विभाग कार्यवाहक दिलेश्वर उम्ररे,छबिनाथ सिंह,विजय चौधरी,रामजी साहू द्वारा दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण के साथ केशव अर्चना की गयी।ततपश्चात उपस्थित स्वयं सेवको एवं स्कूल के आचार्य,शिक्षकगणों,व विद्यार्थियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गयी।30 मार्च को हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत 2082 की शुरुवात भी हुयी है।हिन्दूओ में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से हिन्दू नववर्ष की शुरुवात मानी जाती है।
अपने उद्बोधन में विजय चौधरी ने कहा कि संघ के शताब्दी वर्ष में हेडगेवार जी की प्रतिमा के जीर्णोद्वार के पश्चात् हम सब यहाँ एकत्रित हुए है।उन्होंने हिन्दू नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए आग्रह किया कि स्वयं सेवक निस्वार्थ भाव से काम करते हुए संघ के कार्यों को गति देते हुए जन जन तक पहुँचाने के कार्य करे।अपने उद्बोधन में दिलेश्वर उमरे ने सभी को हिन्दू नववर्ष की शुभकामनाये दी व डॉक्टर साहब के जीवन पर प्रकाश डाला।बताया कि किस तरह उन्होंने आठ वर्ष की उम्र में अंग्रेजों की मिठाई का बहिष्कार कर अपने देशप्रेम को प्रदर्शित किया था।हिन्दुओ को शाखा के माध्यम से जागृत करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना नागपुर में की जो आज विश्व का सबसे बड़ा संगठन है।
अपने उद्बोधन में पूर्व प्रान्त संघ चालक बिसरा राम यादव ने कहा अपनी संस्कृति व विरासत को बचाने के लिए हिन्दूओ का एक होना व जागृत होना बहुत जरूरी है।हिन्दू ही एक ऐसा है जो धरती को अपनी माता मानता है।राष्ट्र विरोधियो से मुकाबले के लिए एक हांथ में शास्त्र व एक हांथ में शस्त्र होना बहुत जरूरी है।
संघ की प्रार्थना एवं श्रीमती शैल तिवारी द्वारा आभार प्रदर्शन के पश्चात् कार्यक्रम का समापन हुआ।पुष्पांजलि कार्यक्रम में शिरीष अग्रवाल,ललित माली,प्रकाश गर्दे,सावरकरजी,अजय केडिया,गिरिजाशंकर सिंह,दामोदर उपाध्याय,दिनेश पुरवार,शम्भुनाथ साहा,रविन्द्रन,श्रीमती सुखविंदर कौर, श्रीमती मिठू चंदा आदि सहित बड़ी संख्या में स्वयं सेवक उपस्थित थे।




