17 से 19 अप्रैल तक छिंदवाड़ा में द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती पहली बार पदार्पण करेंगे

छिंदवाड़ा
17 से 19 अप्रैल तक छिंदवाड़ा में द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती पहली बार पदार्पण करेंगे। नंदन हिल्स में प्रवचन होंगे। नगर में उनका भव्य स्वागत होगा। यह आध्यात्मिक उत्सव सभी धर्मप्रेमियों के लिए खुला रहेगा, जिसमें जीवनदायी विचारों का आदान-प्रदान होगा।
छिंदवाड़ा की धरती इस बार अध्यात्म की ऊर्जा से सराबोर होने जा रही है। द्वारका शारदा पीठ के पूज्य शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती, शंकराचार्य पद पर आसीन होने के बाद पहली बार नगर में पदार्पण करेंगे। यह ऐतिहासिक क्षण 17 अप्रैल को शाम 4 बजे आएगा, जब वे चौरई से नगर में प्रवेश करेंगे।
17 से 19 अप्रैल तक चलने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शंकराचार्य की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। नरसिंहपुर रोड स्थित नंदन हिल्स उनका विश्राम स्थल रहेगा। वहां प्रतिदिन शाम पांच बजे शंकराचार्यजी के प्रवचन होंगे, जो केवल धार्मिक उपदेश नहीं बल्कि जीवन को दिशा देने वाले विचार होंगे।
सादगी में होगा स्वागत, भव्यता में नहीं होगी कमी
शंकराचार्य का छिंदवाड़ा में यह पहला आगमन है, और इसी को ध्यान में रखते हुए नगर के श्रद्धालु, धार्मिक संस्थाएं व स्वयंसेवी संगठन भव्य स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। पूरे मार्ग को सजाने की योजना है, वहीं स्थानीय मंदिरों में विशेष पूजन और भजन संध्या की भी संभावना है।
आध्यात्मिक उत्सव में सभी को आमंत्रण
यह केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि छिंदवाड़ा की आध्यात्मिक पहचान का क्षण है। आयोजकों ने बताया कि यह समारोह सभी धर्मप्रेमियों के लिए खुला है और हर कोई इस अलौकिक अनुभव का साक्षी बन सकता है।