राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

आज भारतीय रेलवे का स्थापना दिवस, 157 साल पहले बुरहानपुर में दौड़ी थी रेलगाड़ी

बुरहानपुर

आज भले ही वंदे भारत, नमो भारत, बुलेट ट्रेन इत्यादि की चर्चा हो रही हो, लेकिन भारतीय रेलवे के इतिहास में 16 अप्रैल का दिन बेहद खास है और हमेशा इस दिन की अहमियत बनी रहेगी। दरअसल, 1853 में 16 अप्रैल को ही देश में पहली ट्रेन चली थी। इस दिन को भारतीय रेल परिवहन दिवस के तौर पर मनाया जाता है। साल का यह 106वां दिन एक और कारण से भी सदा याद किया जाएगा। दूसरे विश्व युद्ध की त्रासदी के बीच दुनिया को हंसाने वाले चार्ली चैपलिन का जन्म आज ही के दिन हुआ था।

 भारतीय रेलवे की स्थापना के 16 अप्रेल को 172 साल पूरे हो रहे हैं। आज ही के दिन 1853 में देश में पहली यात्री रेलगाड़ी मुंबई में बोरी बंदर से ठाणे तक चली थी। लेकिन रेलवे के मामले में बुरहानपुर का इतिहास भी प्राचीन है। 157 साल पहले बुरहानपुर स्टेशन पर ट्रेनों का स्टॉपेज शुरू हो गया था।

 शहर के हिस्टोरियन होशंग हवलदार बताते हैं कि 1866 में बुरहानपुर स्टेशन पर पटरी डल गई थी और 1868 में गाडियों का स्टॉपेज मिल गया था। उसी समय 8 गाडिय़ों का स्टॉपेज मिल गया था, जिसमें पैसेंजर, पंजाब मेल, कलकत्ता, लाहोर एक्सप्रेस, कटनी भुसावल पेसेंजर, इटारसी भुसावल पैसेंजर और दो डाक (माल) गाड़ी थी, जिसके आधे डिब्बे यात्रियों के लिए भी हुआ करते थे। कुछ समय बाद ही दूसरी रेलवे लाइन भी डल गई थी।

कपास थी मुख्य उपज
बुरहानपुर में पहले कपास की बड़ी मंडी हुआ करती थी। कपास की गठानों की सप्लाय के लिए प्रमुख रूप से गाडियों का स्टॉपेज शुरू किया, ताकि उद्योग को बढ़ावा मिल सके। इसके बाद केले का भी सप्लाय हुआ।

अब ये है स्टेशन की हालत
बुरहानपुर रेलवे स्टेशन की हालत पहले कुछ खास नहीं थी। 2014 के बाद देश के 7568 रेलवे स्टेशनों में से 104 को मॉडल स्टेशन बनाने के लिए चयनित किए गए, जिसमें बुरहानपुर स्टेशन का नाम भी शामिल हुआ। इसके बाद स्टेशन की तस्वीर बदल गई। आगे अब टू लेन से चार लेन की योजना है। महाराष्ट्र सीमा समाप्त होने के बाद भुसावल रेलवे मंडल का मप्र में यह पहला रेलवे स्टेशन है। यहां अब 6 हजार यात्री प्रतिदिन आवागमन करते हैं। 45 गाडियों का आवागमन हैं, जिसमें लगभग 30 गाडियों का स्टॉपेज है, जिसमें साप्ताहिक ट्रेन शामिल है। देश के कई हिस्सों से बुरहानपुर से रेलवे की कनेक्टीवीटी है।

देश दुनिया के इतिहास में 16 अप्रैल की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:

1853 : भारत में पहली रेल बम्बई (अब मुंबई) से ठाणे के बीच चली।

1889 : अपने बेहतरीन अभिनय से दुनिया को हंसाने वाले चार्ली चैपलिन का जन्म।

1919 : अमृतसर में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए महात्मा गांधी ने प्रार्थना सभा और उपवास की घोषणा की।

1945: एक सोवियत पनडुब्बी के हमले के कारण जर्मन शरणार्थियों से भरा मालवाहक पोत डूब गया, जिससे करीब 7000 लोग मारे गए।

1964: ब्रिटेन के चर्चित अपराधों में शामिल ‘द ग्रेट ट्रेन रॉबरी’ के लिए 12 लोगों को 307 साल की सजा सुनाई गई।

1976 : आठ वर्ष तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और 13 वर्षों तक लेबर पार्टी के नेता रहे, हैरल्ड विल्सन ने त्यागपत्र दिया। उनके इस फैसले ने राजनीतिक हलकों में तूफान ला दिया।

1988 : उत्तरी इराक के कुर्द आबादी वाले शहर हलबजा पर हुए गैस हमले में हजारों लोगों की मौत हो गई जबकि बहुत से लोग इसके प्रभाव से बीमार हो गए।

1988 : फलस्तीनी मुक्ति संगठन के शक्तिशाली नेता खलील अल वजीर उर्फ अबु जिहाद की ट्यूनीशिया के ट्यूनिस में उनके घर में हत्या कर दी गई।

1990 : बिहार की राजधानी पटना के निकट एक यात्री गाड़ी के दो डिब्बों में विस्फोट के बाद कम से कम 80 लोगों की जान गई और 65 अन्य घायल हुए।

2002 : दक्षिण कोरिया में एक विमान दुर्घटना में 120 लोग मारे गए।

2004 : पाकिस्तान के दौरे पर गई भारतीय क्रिकेट टीम ने रावलपिंडी टेस्ट जीतकर मेजबान देश को श्रृंखला में 2-1 से मात दी।

2020 : दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी से संक्रमण के 20,83,820 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई, जिनमें से 1,37,500 लोगों की मौत हो गई।

2023 : सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक बल के बीच झड़प में एक भारतीय समेत 56 लोगों की मौत।

2024 : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए, तीन जवान घायल।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

RO.NO.13286/93

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