प्रदेश के हटाए गए 2621 सहायक शिक्षकों की नहीं जाएगी नौकरी,सहायक शिक्षकों को समायोजित करने का लिया गया निर्णय
विधायक रिकेश ने सीएम सहित कैबिनेट का माना आभार

भिलाई नगर- आज मंत्रि परिषद की बैठक में सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति पाए हटाये गये 2 हजार 621 बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के हित में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले का स्वागत करते हुए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित मंत्रिमंडल का आभार व्यक्त किया है।रिकेश सेन ने हटाए गए इन 2621 सहायक शिक्षकों के लिए विधानसभा सदन सहित मुख्यमंत्री, वित्तमंत्री से भी बात कर इनके रोजगार के मद्देनजर शीघ्र फैसला लेने का निवेदन किया था। सेन ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ बीएड सहायक शिक्षक की भर्ती जो कि हो चुकी थी, उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश जिससे सबको अपने रोजगार से वंचित होना पड़ा था। इसके बाद वो सभी आंदोलनरत हो गए थे। उनको लग रहा था कि अब हमारे सामने अंधकार है।
इस विषय को लेकर मैं लगातार सदन में मुखर रहा। मैंने सदन में इस बात को लेकर निवेदन किया कि कैसे इन बच्चों को रोजगार मिले और इस बात को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वित्त मंत्री ओपी चौधरी के समक्ष भी रखा था। इसके बावजूद ऐसे सहायक शिक्षक बच्चे जहां भी मिलते थे, उनकी आंखों में आंसू होते। वो सभी काफी परेशान थे, ऐसा लगता था कि उनका जीवन खत्म हो चुका है लेकिन मैंने हमेशा उन बच्चों के सर पर हाथ रखा और इस बात का विश्वास दिलाया कि विष्णु सायजी की सरकार है, सुशासन की सरकार है, आप निश्चिन्त रहिए। आपको रोजगार से वंचित नहीं किया जाएगा।
अपने फैसले मेंकैबिनेट ने कहा है कि सभी 2621 सहायक शिक्षको को हमारे यहां लैब टेक्नीशियन के रूप में रखा जाएगा और किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी। आज उन सभी प्रभावितों के चेहरे पर खुशी का माहौल है।सहायक शिक्षकों के समायोजन करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।
अंतर्विभागीय समिति की अनुशंसा अनुसार हटाये गए बीएड अर्हताधारी 2621 सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के राज्य में रिक्त 4 हजार 422 पदों में समायोजित किया जाएगा। कला व विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को निर्धारित अर्हता (12वीं गणित व विज्ञान) पूर्ण करने हेतु 3 वर्ष की अनुमति दी जाएगी साथ ही इन अभ्यर्थियों को प्रयोगशाला कार्य के संबंध में एससीईआरटी के माध्यम से दो माह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के शेष 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का सृजन किया जाएगा।