Indore :एमआर-10 आरओबी को 8 लेन बनाने की बाधा दूर, रेलवे ने मंजूर की ड्राइंग, सिंहस्थ से पहले होगा तैयार

इंदौर
एमआर-10 पर आवागमन की सुविधा के लिए वर्तमान रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के समांतर ही चार लेन का नया आरओबी बनाया जाना है। रेलवे ने इसकी ड्राइंग को मंजूरी दे दी है। अब इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) इसके लिए टेंडर जारी करेगा।
सिंहस्थ से पहले चार लेन आरओबी का निर्माण किया जाएगा। इसके बनने से वाहनों का आवागमन आसान होगा और वर्तमान चार लेन आरओबी से भी दबाव कम होगा।
सिंहस्थ में वाहनों का सर्वाधिक दबाव यही रहेगा
शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में शामिल एमआर-10 पर बने आरओबी की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। वर्तमान आरओबी के समांतर कुमेडी की तरफ चार लेन का नया आरओबी आकार लेगा।
विगत दिनों बोर्ड बैठक में सहमति के बाद आईडीए ने रेलवे को मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा था। रेलवे ने जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग (जीएडी) को मंजूरी दे दी है। अब आईडीए आगे की प्रक्रिया करेगा।
सिंहस्थ में वाहनों का सर्वाधिक दबाव एमआर-10 पर रहेगा, इसलिए इसका निर्माण दो साल में पुरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
60 करोड़ अनुमानित लागत
चार लेन आरओबी बनाने के लिए आईडीए ने अनुमानित लागत 60 करोड़ रुपये तय की है। इसमें चार लेने का नया आरओबी बनाया जाएगा। इसके बाद वर्तमान आरओबी जाने और नया आरओबी आने के लिए उपयोग होगा।
अभी वर्तमान आरओबी पर ही एमआर-10 के पूरे वाहनों का दबाव है। चार लेन का नया आरओबी बनने के बाद एमआर-10 और सुपर कॉरिडोर पूरी तरह से आठ लेने हो जाएगा। सुपर कॉरिडोर पर बना रेलवे आरओबी पहले ही आठ लेन बनाया गया है।
पुलिया की भी बढ़ेगी चौड़ाई
एमआर-10 आरओबी के साथ ही पास में कान्ह नदी पर बनी पुलिया की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। यह पुलिया अभी चार लेन है। आठ लेन का आरओबी बनाने के साथ ही पुलिया को भी आठ लेन बनाया जाएगा। इससे वाहनों का आवागमन बगैर किसी बाधा के आसानी से हो सकेगा।
टेंडर फाइनल करने की प्रक्रिया शुरू हुई
निर्माण के लिए टेंडर फाइनल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। गर्मी में ही टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। मालूम हो, एमआर-10 पर टोल पहले ही समाप्त हो चुका है। मौजूदा ब्रिज के फोर लेन होने से ब्रिज पर अकसर वाहनों का दबाव बढ़ते ही जाम लग जाता है। दोनों तरफ जाम का असर दूर तक होता है। ब्रिज की चौड़ाई बढ़ने से ट्रैफिक आसानी से निकल सकेगा। इससे लवकुश चौराहा से चंद्रगुप्त मौर्य चौराहा तक ट्रैफिक को राहत मिलेगी।
713 मीटर कुल लंबाई है इस आरओबी की
08 लेन में तब्दील होगा अब
15.5 मीटर चौड़ाई और बढ़ेगी नया बनने पर
61 करोड़ रुपए सिविल कॉस्ट
82 करोड़ रुपए टोटल कॉस्ट
तिलक नगर से रिंग रोड की लिंक रोड बनना शुरू
तिलक नगर को रिंग रोड से जोड़ने वाली लिंक रोड का काम निगम ने शुरू कर दिया है। मंगलवार को तिलक नगर स्थित श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल के पास सड़क निर्माण में आ रही बाधाओं को हटा दिया गया। एमआईसी सदस्य राजेश उदावत ने बताया कि छह महीने में सड़क बना लेंगे। यह मामला 2020 से कोर्ट में लंबित था। अब निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। यह सड़क तिलक नगर में श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल के पास से शुरू होकर साईंनाथ कॉलोनी, महावीर नगर, और नर्मदा टंकी के पास से गोयल नगर होते हुए रिंग रोड की सर्विस रोड पर स्थित शकुंतला नर्सिंग होम के पास समाप्त होगी। इस सड़क के बनने से क्षेत्र की 100 से अधिक कॉलोनियों को फायदा होगा।
कनाड़िया रोड का ट्रैफिक दबाव भी कम होगा
वाहन चालकों को महावीर नगर से कनाड़िया रोड और बंगाली चौराहा होकर आना-जाना नहीं पड़ेगा, जिससे इन मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। वाहन तिलक नगर से बड़ी ग्वालटोली होते हुए गीता भवन चौराहे तक आसानी से पहुंच सकेंगे। बंगाली कॉलोनी, बंगाली फ्लायओवर और पीपल्याहाना चौराहे के ट्रैफिक में भी कमी आएगी।