राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

तालिबान का एक हिस्सा जिसे टीटीपी यानी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कहा जाता है, वह खैबर पख्तूनख्वा में ऐक्टिव रहा

इस्लामाबाद
पाकिस्तान ने लंबे समय तक तालिबान को पाला था। यहां तक कि तालिबान का एक हिस्सा जिसे टीटीपी यानी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कहा जाता है, वह खैबर पख्तूनख्वा में ऐक्टिव रहा है। इन आतंकियों को पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में सक्रिय अमेरिका पर दबाव बनाने के लिए पाला था। लेकिन आज जब आतंकवादी उसकी ही जड़ें खोद रहे हैं तो उसके पास निकलने का रास्ता नहीं है। इससे बौखलाए पाकिस्तान ने अब भारत पर ही आरोप लगाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने तो गुरुवार को यहां तक कहा कि टीपीपी और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी भारत के इशारे पर काम कर रहे हैं।

ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान के पास पर्याप्त सबूत हैं, जिससे यह साबित किया जा सकता है कि ये भारत के इशारे पर काम कर रहे हैं। बुधवार को बलूचिस्तान के खुजदार जिले में एक आर्मी स्कूल की बस पर हमला हुआ था। इस हमले में तीन बच्चों समेत 5 लोग मारे गए थे। अब पाकिस्तान ने इस अमानवीय हरकत के लिए भी भारत को जिम्मेदार ठहराना शुरू किया है। जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि पहलगाम आतंकी हमले से ध्यान भटकाया जा सके। पहलगाम में पाकिस्तान प्रेरित आतंकियों ने 26 पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर मार डाला था।

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने कहा कि हम जो दावा कर रहे हैं, उसके लिए सबूत भी देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर जो आरोप लग रहे हैं, उसमें तो कोई दम नहीं है। लेकिन हम यह साबित करेंगे कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी और भारत के बीच लिंक है। बता दें कि पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है। कहा जाता है कि भारत पर हमलों के लिए आतंकियों को पालना पाकिस्तान की 'ब्लीड इंडिया विद थाउजेंड कट्स' की नीति का हिस्सा है। इसी पॉलिसी के तहत वह लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खूंखार आतंकी संगठनों को पालता है।

इन आतंकी संगठनों के मुख्यालयों पर ही भारत ने जोरदार हमला बोलते हुए 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर किया था। इस हमले में करीब 100 आतंकी मारे गए थे और आतंकियों के 9 ठिकाने तबाह किए गए थे। माना जा रहा है कि दुनिया भर में खुद के आतंकी देश की छवि बनने से चिंतित पाकिस्तान ने अब यह नया प्रोपेगेंडा चला है, जिसमें अपने ही पाले तालिबान का भारत से लिंक बता रहा है।

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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