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नॉर्थ-ईस्ट में मूसलाधार बारिश का कहर, बाढ़-लैंडस्लाइड से 32 लोगों की मौत

गुवाहाटी

पूर्वोत्तर राज्यों में दिनों से लगातार हो रही बारिश और उससे नदियों में आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। असम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में बारिश, बाढ़ और भू स्खलन होने से अबतक 32 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए कई इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में आने वाले दिनों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। इस तरह से अचानक बारिश के बाद आई बाढ़ से पूरे नॉर्थ-ईस्ट में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

असम में अबतक आठ लोगों की मौत

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, लगातार भारी बारिश के कारण असम में बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। भारी बारिश के कारण 17 जिले जलमग्न हो गए हैं और 78,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

मिजोरम में चार लोगों की मौत

मिजोरम में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, जिससे चार लोगों की मौत हो गई है – जिनमें से तीन म्यांमार के शरणार्थी थे – और एक अन्य घायल हो गया। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में बारिश से संबंधित मौतों की कुल संख्या अब पांच हो गई है।

मेघालय में तीन दिनों में छह लोगों की मौत

मेघालय में भारी बारिश के कारण दो लड़कियों की बिजली गिरने से मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति डूब गया। पीटीआई के अनुसार पिछले तीन दिनों में छह मौतें हुई हैं। भूस्खलन, अचानक आई बाढ़ और बिजली आपूर्ति बाधित होने से 49 गांवों के करीब 1,100 लोग प्रभावित हुए हैं।

अरुणाचल प्रदेश में नौ लोगों की मौत

मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भूस्खलन के कारण हुई नौ मौतों पर दुख व्यक्त किया – पूर्वी कामेंग में सात और जीरो घाटी में दो – और प्रत्येक पीड़ित परिवार के लिए ₹4 लाख की अनुग्रह राशि की घोषणा की। आईएमडी ने 1 से 5 जून तक भारी बारिश, गरज और बिजली गिरने का अनुमान लगाया है, और 5 और 6 जून को भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।

इंफाल में भी लोग परेशान

लगातार हो रही बारिश के कारण शनिवार को इंफाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिसके कारण भारी जलभराव हो गया और रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई। सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। निचले इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया, जबकि अपर्याप्त जल निकासी व्यवस्था भारी बारिश को संभालने में विफल रही, जिससे स्थानीय लोगों को अपने सामान की सुरक्षा के लिए आपातकालीन उपाय करने पड़े।

सिक्किम में फंसे पर्यटक

वहीं, सिक्किम में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण मुख्य मार्ग के बाधित हो जाने से शनिवार को उत्तर सिक्किम के विभिन्न हिस्सों में करीब 1,500 पर्यटक फंस गए। अधिकारियों ने बताया कि दूसरी ओर भारी बारिश के कारण लापता आठ पर्यटकों की तलाश में बाधा आई और तीस्ता नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद अंततः तलाश अभियान स्थगित कर दिया गया। मंगन जिले में तीस्ता नदी में बृहस्पतिवार रात एक वाहन के गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए, जबकि आठ अन्य लापता हैं।

NDRF और SDRF ने संभाला मोर्चा

बाढ़ प्रभावित असम में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), पुलिस और अग्निशमन सेवाएं लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं.

स्कूल बंद, उड़ानों पर असर

बारिश के कारण असम के दो जिलों में शैक्षणिक संस्थान शनिवार को बंद रहे. वहीं, गुवाहाटी एयरपोर्ट पर शुक्रवार को तेज हवाओं और भारी बारिश के चलते उड़ानों के संचालन में व्यवधान पैदा हुआ.

अरुणाचल प्रदेश में भी राहत कार्य जारी

अरुणाचल प्रदेश में भी प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग राहत एवं बचाव कार्यों में जुटा है. क्षति का आकलन किया जा रहा है और प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता मुहैया कराई जा रही है.

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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