खेल जगत

भारत 2036 में ओलिंपिक गेम्स की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा, सऊदी अरब, तुर्किये भी मेजबानी की दौड़ में शामिल

अहमदाबाद-ओलंपिक 2036 की मेजबानी को लेकर इन दिनों काफी चर्चा हो रही है। भारत इस वक्त ओलंपिक 2036 की मेजबानी हासिल करने की कोशिश में लगा हुआ है। इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने लुसाने स्थित अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ के मुख्यालय का दौरा किया। इसमें भारत के केंद्रीय खेल मंत्रालय के कई सीनियर अधिकारी शामिल थे। उस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पीटी उषा ने किया, जो इस वक्त देश की ओलंपिक संघ की अध्यक्ष हैं।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वहां अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और उन्हें बताया कि ओलंपिक 2036 का आयोजन वह अहमदाबाद में करवाना चाहते हैं। इस तरह से भारत ने आधिकारिक तौर पर ओलंपिक 2036 के आयोजन की दिशा में एक कदम और आगे आगे बढ़ाया है। इस मौके पर आईओसी ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल को समर गेम्स की मेजबानी के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों के बारे में भी जानकारी दी। एक प्रेस रिलीज के जरिए प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ये एक महत्वपूर्ण चर्चा थी, जिस दौरान अहमदाबाद में ओलंपिक की मेजबानी करने के बारे में उन्हें बताया गया है।

लॉस एंजेलिस में होगा 2032 ओलंपिक का आयोजन

बता दें 2028 का ओलंपिक लॉस एंजेलिस में और 2032 ओलंपिक की मेजबानी ब्रिसबेन करने वाला है, ऐसे में भारत की नजरें अब 2036 में होने वाले ओलंपिक गेम्स पर है। भारत के साथ, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, तुर्की और चिली जैसे देश 2036 ओलंपिक और पैरालंपिक की मेजबानी की रेस में शामिल हैं। आपको बता दें कि हाल ही में, IOC ने मेजबान देश के सेलेक्शन प्रोसेस में कुछ बदलाव किए हैं। ऐसे में अब देखना ये होगा कि भारत को 2036 ओलंपिक गेम्स की मेजबानी मिलती है या नहीं।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सामने रखी मेजबानी की रूपरेखा

भारत ने 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी को लेकर अपना पसंदीदा शहर साफ कर दिया है। लुसाने में हुई बैठक के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को बताया कि अहमदाबाद भारत की पहली पसंद है। इस घोषणा के साथ ही भारत ने ओलंपिक 2036 की मेजबानी की दिशा में एक अहम और औपचारिक कदम बढ़ा दिया है।

 चयन प्रक्रिया फिलहाल स्थगित

ओलंपिक 2036 की मेजबानी को लेकर भारत पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ रहा है, लेकिन वह अकेला देश नहीं है जो इस दौड़ में शामिल है। भारत के साथ-साथ सऊदी अरब, इंडोनेशिया, तुर्की और चिली जैसे देश भी 2036 ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।

हाल ही में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने मेजबान देश के चयन की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए हैं। नए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति अध्यक्ष क्रिस्टी कोवेंट्री ने इस प्रक्रिया की विस्तृत समीक्षा के चलते इसे अस्थायी रूप से निलंबित करने की घोषणा की है। इससे सभी दावेदार देशों को अब थोड़ी और प्रतीक्षा करनी होगी।

पिछले साल एक अक्टूबर को भारत सरकार ने लेटर ऑफ इंटेंट के जरिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से गेम्स का आयोजन कराने की इच्छा जाहिर की थी। अहमदाबाद को क्यों चुना गया? भारत की तरफ से ओलिंपिक में पहली बार आधिकारिक रूप से किसी शहर का नाम दिया गया है। भारत की ओलिंपिक कमेंटी ने कहा, अहमदाबाद में ओलिंपिक आयोजित करने से 60 करोड़ युवा भारतीयों को पहली बार देश में ओलिंपिक देखने का मौका मिलेगा। साथ ही भारत ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश देते हुए ओलिंपिक को दुनियाभर के लोगों के लिए एक परिवार जैसा अनुभव बनाया जाएगा।

इस मुलाकात में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने प्रतिनिधिमंडल को ग्रीष्मकालीन खेलों की मेजबानी के लिए जरूरी प्रक्रियाओं और मानकों की जानकारी दी। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, बैठक बेहद सकारात्मक रही और इसमें अहमदाबाद में ओलंपिक आयोजन को लेकर भारत की योजना और तैयारियों की रूपरेखा पेश की गई।

ओलंपिक कमिटी के साथ मीटिंग के बाद पीटी उषा ने क्या कहा?

ओलंपिक कमिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, ‘भारतीय धरती पर ओलंपिक न केवल एक यादगार आयोजन होगा, बल्कि इसका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों पर भी प्रभाव पड़ेगा।’ आपको बता दें कि इससे पहले, भारत ने अक्टूबर 2023 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को एक लेटर लिख कर ओलंपिक 2036 की मेजबानी की मांग की थी।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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