लॉर्ड्स के इस खलनायक की कहीं चर्चा ही नहीं, जितने से हारे उसका तिगुना तो एक्स्ट्रा रन दिए

नई दिल्ली
इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान में भारत हारा जरूर मगर यह रोमांचक मैच वर्षों तक याद रहेगा। हार की क्या वजह रहीं? क्यों हारें? कहां चूके? कहां और कब मैच पलट गया? इस पर खूब चर्चा हो रही। बातें हो रहीं। सोशल मीडिया से लेकर आम बैठकी तक में। मीडिया से लेकर चाय के ठीहों पर भी। लेकिन इस हार के एक बड़े खलनायक की तो जैसे बिल्कुल भी चर्चा नहीं हो रही और वो हैं अतिरिक्त रन। भारत ने इंग्लैंड को दोनों पारियों में 63 अतिरिक्त रनों का गिफ्ट दिया और आखिरकार 22 रन से हार गए! इंग्लैंड जितने रन के अंतर से लॉर्ड्स टेस्ट जीता उसके करीब तिगुने रन तो हमारे गेंदबाजों ने एक्स्ट्रा के तौर पर मेजबानों को जैसे गिफ्ट दिए थे।
लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। पहली पारी में उसने 387 रन बनाए। इसमें छठा सबसे बड़ा योगदान अतिरिक्त रनों का रहा। जो रूट ने 104, ब्राइडन कार्स ने 56, जैमी स्मिथ ने 51, ओली पोप और बेन स्टोक्स ने 44-44 रन का योगदान दिया। भारतीय गेंदबाजों ने एक्स्ट्रा के तौर पर 31 रन दिए। जवाब में भारत ने भी पहली पारी में ठीक 387 रन बनाए। इसमें इंग्लैंड की तरफ से सिर्फ 12 एक्स्ट्रा रन दिए गए।
इंग्लैंड की दूसरी पारी सिर्फ 192 रन पर सिमटी थी और इसमें तीसरा सबसे बड़ा योगदान भारतीय गेंदबाजों की तरफ से गिफ्ट किए गए अतिरिक्त रन थे। भारत ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 32 अतिरिक्त रन दिए। जीत के लिए 193 रन का लक्ष्य मिला लेकिन 170 के स्कोर पर पूरी भारतीय टीम सिमट गई। 22 रन से हार का सामना करना पड़ा। एक ऐसे मैच में जिसमें हमारे गेंदबाजों ने दोनों पारियों को मिलाकर कुल 63 अतिरिक्त रन दिए। दूसरी तरफ इंग्लैंड ने मैच में सिर्फ 30 रन अतिरिक्त दिए थे जिसमें आखिरी पारी में 18 एक्स्ट्रा शामिल हैं।
लॉर्ड्स में हार के साथ ही भारत अब 5 टेस्ट मैच की श्रृंखला में 1-2 से पिछड़ गया है। लीड्स के हेलिंग्ले ग्राउंड में खेले गए श्रृंखला के पहले टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा था जबकि उसकी तरफ से मैच में रिकॉर्ड 5 शतक लगे थे। एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत ने जबरदस्त वापसी करते हुए इंग्लैंड को 336 रन से हराया था। अगर लॉर्ड्स टेस्ट में इतने एक्स्ट्रा रन नहीं दिए गए होते तो आज इंग्लैंड नहीं, भारत 2-1 की बढ़त बनाया होता। अभी सीरीज के दो मैच बचे हैं और टीम मैनेजमेंट को इस कमी की ओर ध्यान देना होगा।