राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

बारिश का महासंकट: 30 जुलाई से 3 अगस्त तक भीषण वर्षा का हाई अलर्ट

नई दिल्ली

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 30 जुलाई से लेकर 3 अगस्त तक देश के कई राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। कुछ इलाकों में बहुत भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है। अगले एक सप्ताह तक देश के उत्तर, मध्य और पूर्वोत्तर राज्यों में रुक-रुक कर तेज बारिश का दौर जारी रह सकता है। इस बार की बारिश केवल सामान्य मानसून का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह एक सक्रिय मौसम प्रणाली यानी एक्टिव सिस्टम का नतीजा है। भारत मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र  बना हुआ है, जो अब धीरे-धीरे पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तरी गुजरात तक फैलता जा रहा है। इस सिस्टम की सक्रियता के कारण इन क्षेत्रों में लगातार बादल बन रहे हैं और मध्यम से लेकर तेज बारिश तक के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। यही वजह है कि इन राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है।

30 – 31 जुलाई: भारी बारिश से जनजीवन हो सकता है प्रभावित
30 जुलाई को पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है। इसी दिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में भी तेज बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि 31 जुलाई को भी राजस्थान और मध्य प्रदेश में बहुत भारी बारिश जारी रह सकती है। वहीं पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, जिसमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं, वहां 30 – 31 जुलाई तक लगातार भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़क बंद होने जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।

1 से 3 अगस्त: बारिश का दूसरा दौर और भी व्यापक
1 अगस्त को पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में एक बार फिर से तेज बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी 3 अगस्त तक लगातार बारिश का दौर जारी रह सकता है। पूर्वोत्तर भारत के राज्यों जैसे अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में पूरे सप्ताह गरज-चमक के साथ भारी वर्षा का अनुमान है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और भूस्खलन जैसी स्थितियां बन सकती हैं। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी 29 जुलाई से 3 अगस्त तक लगातार भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

कहां-कहां है सबसे ज्यादा खतरा? जानिए प्रमुख राज्यवार अपडेट

राजस्थान

 30 और 31 जुलाई को पूर्वी हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश।

 1 अगस्त को पश्चिमी इलाकों में तेज बौछारें।

मध्य प्रदेश

30 से 31 जुलाई के बीच कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा।

चंबल, भोपाल, जबलपुर और उज्जैन संभाग विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं।

पूर्वोत्तर राज्य (असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश)

अगले 7 दिनों तक गरज के साथ भारी बारिश।

निचले इलाकों में जलभराव और भूस्खलन का खतरा।

उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर

30 जुलाई से 3 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी।

पर्वतीय क्षेत्रों में सतर्क रहने की सलाह।

उत्तर प्रदेश और बिहार

खासतौर पर पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30 जुलाई से रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी।

गोरखपुर, वाराणसी, पटना, भागलपुर जैसे क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।

आईएमडी की सलाह – सतर्क रहें, बाहर निकलने से पहले अलर्ट चेक करें

IMD ने सभी राज्यों को सतर्कता बरतने और आवश्यक तैयारी रखने की सलाह दी है।विभाग की वेबसाइट, मोबाइल ऐप या स्थानीय प्रशासन की सूचनाओं को फॉलो करते रहना जरूरी है।

क्या हो सकती है भारी बारिश से दिक्कतें?

    निचले इलाकों में जलभराव

    कच्चे मकानों को खतरा

    बिजली गिरने की घटनाएं

    सड़कों और रेल यातायात पर असर

    भूस्खलन की आशंका

बचाव के उपाय – इन बातों का रखें ध्यान

    मौसम विभाग के अलर्ट पर नजर रखें
    बिजली चमकते समय खुले में ना रहें
    अनावश्यक यात्रा से बचें
    बच्चों और बुजुर्गों को घर पर ही रखें
    जलभराव वाले क्षेत्रों में जाने से बचें

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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