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साड़ी बनी सबूत: पूर्व सांसद को बलात्कार मामले में हुई जेल

बेंगलुरु 
कर्नाटक के हासन के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को उम्रकैद की सजा मिल चुकी है। 47 साल की घरेलू सहायिका से बलात्कार के मामले में उसे सजा सुनाई गई है। खास बात है कि पुलिस जांच में एक साड़ी ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। खबर है कि यह साड़ी पीड़िता की ही थी, जो बाद में मौका-ए-वारदात से बरामद की गई थी। प्रज्वल को शनिवार को शेष जीवन तक कारावास में रहने की सजा सुनाई गई और कुल 11.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। अदालत ने निर्देश दिया कि 11.25 लाख रुपये पीड़िता को दिए जाएं। रेवन्ना को एक अदालत ने यौन शोषण और बलात्कार के चार मामलों में से एक में दोषी ठहराया था।

कैसे साड़ी ने रेवन्ना को जेल पहुंचाया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जांचकर्ता बताते हैं कि बलात्कार के बाद प्रज्वल ने जबरदस्ती पीड़िता की साड़ी खींच ली थी। कथित तौर पर प्रज्वल ने इसे फार्महाउस के एटिक या अटारी में छिपा दिया था। जनता दल सेक्युलर नेता के इसी फैसले ने उसे जेल तक पहुंचाने अहम भूमिका निभाई। जांच के दौरान जब अधिकारियों ने पीड़िता से पूछा कि वारदात के समय वह क्या पहनी हुईं थीं, तो उन्होंने बताया कि वह साड़ी पहनी थीं। उन्होंने बताया कि प्रज्वल ने वो साड़ी उन्हें नहीं लौटाई, जो अब तक फार्महाउस में हो सकती है। इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने फार्महाउस पर रेड की और साड़ी बरामद कर ली। रिपोर्ट के अनुसार, साड़ी को बाद में फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया, जिसपर वीर्य की पुष्टि हुई। डीएनए जांच में इसके तार प्रज्वल से जुड़े। जांचकर्ताओं का कहना है कि पीड़िता के बयान के साथ साड़ी केस के लिए काफी अहम साबित हुए।

क्या है केस
यह मामला उस महिला से जुड़ा है जो हासन जिले के होलेनरसीपुरा में स्थित रेवन्ना परिवार के गन्निकाडा फार्महाउस में सहायिका के रूप में काम करती थी। वर्ष 2021 में उसके साथ दो बार बलात्कार किया गया था और इस कृत्य को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया गया था। प्रज्वल ने कथित तौर पर कर्मचारियों को सूचित किया है कि उसने अपनी सजा को चुनौती देने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।

सजा सुनने के बाद रो पड़ा
सांसदों/विधायकों की विशेष अदालत के न्यायाधीश संतोष गजानन भट ने शुक्रवार को रेवन्ना को दोषी ठहराने के बाद शनिवार को फैसला सुनाया था। पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, सजा सुनाए जाने के बाद जेल में पहली रात वह रो रहा था और काफी व्यथित दिखाई दे रहा था। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'चिकित्सीय जांच के दौरान वह रो पड़ा और उसने कर्मचारियों के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त की।'

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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