व्यापार जगत

देश की टॉप 10 कंपनियों में से 6 का बाजार पूंजीकरण 1.36 लाख करोड़ रुपए घटा

मुंबई
भारत की शीर्ष दस सबसे मूल्यवान कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण में इस हफ्ते 1.361 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई है, जिसमें सबसे अधिक नुकसान रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की अनुचित घोषणा के बाद शेयर बाजार लगातार छठे हफ्ते गिरावट के साथ बंद हुआ। निफ्टी और सेंसेक्स लगभग एक प्रतिशत गिरकर क्रमशः 24,363 और 79,857 पर बंद हुए।
निफ्टी पैक की शीर्ष दस कंपनियों में से, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस और हिंदुस्तान यूनिलीवर के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 34,710 करोड़ रुपए घटकर 18,51,174 करोड़ रुपए रह गया है। एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 29,722 करोड़ रुपए घटकर 15,14,303 करोड़ रुपए हो गया है।
आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 24,719 करोड़ रुपए घटकर 10,25,495 करोड़ रुपए और इंफोसिस का बाजार पूंजीकरण 19,504 करोड़ रुपए घटकर 5,91,423 करोड़ रुपए रह गया।
भारती एयरटेल का मूल्यांकन 15,053 करोड़ रुपए घटकर 10,59,850 करोड़ रुपए और हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन 12,441.09 करोड़ रुपए घटकर 5,87,021.88 करोड़ रुपए हो चुका है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), भारतीय स्टेट बैंक, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और बजाज फाइनेंस के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई।
एलआईसी का बाजार पूंजीकरण 17,678 करोड़ रुपए बढ़कर 5,77,188 करोड़ रुपए पहुंच गया है। टीसीएस का मूल्यांकन 11,361 करोड़ रुपए बढ़कर 10,97,909 करोड़ रुपए हो गया।
भारतीय स्टेट बैंक का बाजार मूल्यांकन 9,784 करोड़ रुपए बढ़ा है, जिससे उसका मूल्यांकन 7,42,649 करोड़ रुपए हो गया, और बजाज फाइनेंस का मूल्यांकन 186 करोड़ रुपए बढ़कर 5,45,148 करोड़ रुपए पहुंच गया है।
भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी अहम होने वाला है। भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर अपडेट, तिमाही नतीजे, एफआईआई, महंगाई और आर्थिक आंकड़ों से बाजार की चाल तय होगी।
इसके अलावा, 11 से 14 अगस्त तक के कारोबारी सत्र में बजाज कंज्यूमर केयर, बाटा इंडिया, बीईएमएल, सेलो, डॉलर, एबॉट इंडिया, बजाज हिंदुस्तान शुगर, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, मिंडा कॉरपोरेशन, एमआरएफ, एनएसडीएल,एनएमडीसी, ओएनजीसी और डीबी रियल्टी जैसी कंपनियों की ओर से वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के नतीजे पेश किए जाएंगे।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button