राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

हेलमेट न पहनने की छोटी सी लापरवाही का नुकसान पूरे परिवार को न भुगतना पड़े : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

सीट बेल्ट लगाए और तेज रफ्तार से वाहन न चलाएं
यातायात नियमों का पालन कर बनें जिम्मेदार नागरिक
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने आधुनिक संसाधन के साथ प्रदेश में चल रहा है अभियान
सड़क दुर्घटना में घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने शुरू की गई मानवीय संवेदनाओं की राहवीर योजना
युवाओं को वितरित किये 2100 नि:शुल्क हेलमेट
दो पहिया वाहन जागरूकता रैली को दिखाई हरी झंडी

भोपाल 
जीवन का सुरक्षा कवच है हेलमेट

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हेलमेट न पहनने की छोटी सी लापरवाही का नुकसान पूरा परिवार भुगतता है। आंकड़े बताते हैं कि देश में अप्राकृतिक मौतों का सबसे बड़ा कारण सड़क दुर्घटनाएं हैं। इसमें भी अधिकांश मौतें लापरवाही या तेज गति से वाहन चलाने, हेलमेट न पहनने या सीट बेल्ट नहीं लगाने से होती हैं। जिम्मेदार नागरिक होने के साथ परिवार के महत्व और दायित्व को समझते हुए अपनी स्वयं की सुरक्षा के लिए सभी वाहन चालकों का सचेत रहना जरूरी है। दोपहिया वाहन चालक हेलमेट अवश्य पहने, इस आशय का प्रण हमें लेना होगा। हेलमेट हमारे जीवन का सुरक्षा कवच है, यह सड़क हादसे में आपकी जान बचा सकता है। शारदीय नवरात्र के दिनों में जीवन रक्षा के प्रति जागरूकता के लिए आरंभ की गई सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह की पहल अनुकरणीय है। प्रदेशवासी हेलमेट पहने और सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानियों का पालन करें, सभी से यही अपेक्षा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए शनिवार को सेवा पखवाड़ा अंतर्गत अटल पथ पर आयोजित नि:शुल्क हेलमेट वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और दो पहिया वाहन रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में युवाओं को 2100 हेलमेट वितरित किए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतीक स्वरूप पांच दो पहिया वाहन चालकों मनोज निगम, संदीप बिसेन, सुमित प्रधान, एनसीसी कैडेट सुश्री सान्या सिद्दीकी और अंजली सिंह को हेलमेट पहनाकर जीवन का संदेश दिया।

अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना युवाओं का है दायित्व
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए सड़क सुरक्षा सप्ताह मना रही है। आज 2100 युवाओं को हेलमेट वितरित किए जा रहे हैं। भारत विश्व का सबसे युवा देश है, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी युवा शक्ति ने विश्व के सम्मुख कई क्षेत्रों में विशेष पहचान बनाई है। अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना भी युवाओं का दायित्व है। यह आवश्यक है कि सड़कों पर तेज गति से वाहन न चलाएं और यातायात नियमों का पालन करें, यही एक जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य भी है।

राहवीर योजना में 25 हजार रुपए के प्रोत्साहन की व्यवस्था
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष पहल की गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग, एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग दस्ते, चेकपोस्ट, सैंसर चेकपोस्ट के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। चालान बनाने के लिए डिजिटल चालान, स्पीडगन, लाइव ट्रेफिक मॉनीटरिंग, फास्टटैग जैसे संसाधनों से भविष्य में होने वाली घटनाओं को रोकने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। दुर्घटना की स्थिति में तत्परतापूर्वक आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की गई है। मानवीय संवेदनाओं को दृष्टिगत रखते हुए सड़क हादसे के किसी घायल को अस्पताल पहुंचाने पर राज्य सरकार उस जिम्मेदार नागरिक को राहवीर योजना के अंतर्गत 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। साथ ही प्रदेश में सुरक्षित यात्रा और यातायात नियमों के पालन से संबंधित विशेष अभियान संचालित किए गए हैं। राज्य सरकार प्रदेश के हर नागरिक की बेहतरी के लिए प्रयासरत है, इसी के दृष्टिगत प्रदेश में सुशासन पर केन्द्रित सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है।

37 चौराहों को लेफ्ट टर्न फ्री करने का कार्य जारी : पुलिस आयुक्त श्री मिश्र
भोपाल पुलिस आयुक्त श्री हरिनायणचारी मिश्र ने कहा कि भोपाल में ट्रैफिक को सुचारू बनाने के लिए शहर के 37 चौराहों को लेफ्ट टर्न फ्री करने का कार्य हो रहा है। नगर निगम भोपाल के सहयोग से नगर के चौराहों को अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की भावना के अनुरूप आरंभ किया गया सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह का संदेश, प्रदेश के सभी नगरों और ग्रामों तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि देश में वर्ष 2024 में 1 लाख 80 लोगों की सड़क हादसे में जान गई है और 3 लाख लोग सड़क दुर्घटना में घायल हुए है। इससे सड़क दुर्घटना में होने वाली घटनाओं के प्रति गंभीरता बरती जाना जरूरी है। उन्होंने युवाओं से आहवान किया कि वे हेलमेट पहने, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट अवश्य लगाए और वाहन तेज गति से न चलाए।

त्वरित सहायता के लिए डायल-112
प्रदेशवासियों की सुरक्षा और उन्हें त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने 'डायल 112' वाहन सेवाएं शुरू की गई हैं। इस सेवा के अंतर्गत हाल ही में आधुनिक तकनीक से लैस 1200 फास्ट रिस्पांस व्हीकल पुलिस को उपलब्ध कराए गए हैं। इन वाहनों का उपयोग जरूरतमंदों तक तत्काल सेवा उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम में पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, विधायक श्री भगवानदास सबनानी, नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी सहित जनप्रतिनिधि, पुलिस अधिकारी सहित बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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