राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

जस्टिस गवई पर जूता फेंकने वाले वकील अब करेंगे खजुराहो में प्रायश्चित, CJI के सुझाव को बताया प्रेरणा

खजुराहो 

स्टिस बीआर गवई पर जूता फेंकने वाले एडवोकेट राकेश किशोर 5 नवंबर को खजुराहो आएंगे। वे यहां विष्णु मंदिर में खंडित प्रतिमा के समक्ष प्रार्थना और ध्यान करने का आह्वान कर रहे हैं।राकेश किशोर ने अपने 'सनातनी भाइयों' से इस कार्यक्रम में सहयोग करने की अपील की है। उनका आगामी कार्यक्रम 5 नवंबर, कार्तिक पूर्णिमा को खजुराहो के जवारी मंदिर में है, जहां वे खंडित विष्णु प्रतिमा का पूजन-अर्चन करेंगे।

जस्टिस गवई ने भी मूर्ति से प्रार्थना करने और ध्यान का सुझाव दिया

उन्होंने बताया कि वे वहां विपश्यना ध्यान भी कराना चाहते हैं। किशोर के अनुसार, जस्टिस गवई ने भी मूर्ति से प्रार्थना करने और ध्यान का सुझाव दिया था कि वह अपना सिर खुद लगा ले। उन्हें यह सुझाव पसंद आया है।

राकेश किशोर ने कहा कि यह कार्यक्रम तब तक जारी रहेगा जब तक मूर्ति की दोबारा प्राण प्रतिष्ठा नहीं हो जाती और उसका सिर वापस नहीं लग जाता। उन्होंने लोगों से बड़ी संख्या में शांतिपूर्ण ढंग से इसमें शामिल होने का आग्रह किया है।

राकेश किशोर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर भी लगातार अपील कर रहे हैं। उनकी पोस्ट में लिखा है, "प्रिय सनातनी भाई अब जागो और चलो 05 नवम्बर, बुधवार कार्तिक पूर्णिमा खजुराहो (म. प्र.) विष्णु भगवान की खंडित विवादित प्रतिमा की शांतिपूर्ण ढंग से प्रार्थना और ध्यान करने में मेरा सहयोग करें।

राकेश किशोर ने कोर्ट में नारेबाजी की थी

दरअसल, यह पूरा मामला 16 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट की ओर से खजुराहो में भगवान विष्णु की खंडित मूर्ति की बहाली की मांग वाली याचिका खारिज किए जाने से जुड़ा है। इस फैसले के विरोध में, राकेश किशोर ने 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के अंदर जस्टिस गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी।

हालांकि, जूता जस्टिस गवई तक नहीं पहुंच सका और सुरक्षाकर्मियों ने राकेश किशोर को तुरंत पकड़ लिया। इस दौरान उन्होंने "सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान" जैसे नारे लगाए थे।

इस घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने वकील राकेश किशोर (72) का लाइसेंस 9 अक्टूबर को तत्काल प्रभाव से कैंसिल कर दिया। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने भी उन्हें सस्पेंड कर दिया है।

राकेश बिना जांच सस्पेंशन पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि मुझे इससे काफी नुकसान हुआ। मेरे क्लाइंट्स अपना पैसा और केस दोनों वापस ले रहे हैं। हालांकि राकेश किशोर को कोर्ट से जमानत मिल गई है।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button