हार के बावजूद हैरी ब्रूक ने लिखी ODI की यादगार पारी, मिले प्लेयर ऑफ द मैच के अवार्ड

नई दिल्ली
इंग्लैंड के कप्तान और विस्फोटक बल्लेबाज हैरी ब्रूक की इस समय हर जगह तारीफ हो रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में उन्होंने 135 रनों की धुआंधार पारी खेली। उनकी इस पारी को वनडे क्रिकेट की सबसे आईकॉनिक पारियों में से एक बताया जा रहा है। दरअसल, हैरी ब्रूक न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में उस समय बैटिंग करने उतरे जब टीम का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर मात्र 5 रन था। ऐसी स्थिति में आगकर टीम के लिए शतक जड़ना सचमुच काबिले तारीफ है। हैरी ब्रूक ने अपनी इस पारी के दम पर इंग्लैंड को 223 के स्कोर तक पहुंचा, मगर गेंदबाज इस स्कोर को डिफेंड नहीं कर सके। टीम के हारने के बावजूद हैरी ब्रूक को प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। हैरी ब्रूक ने अपनी इस पारी के दौरान कई रिकॉर्ड्स तोड़े-
इंग्लैंड के कुल 223 रनों में हैरी ब्रुक के बल्ले से 60.53 प्रतिशत रनों का योगदान आया। यह वनडे मैचों में इंग्लैंड के लिए एक पूरी पारी में किसी बल्लेबाज का सबसे बड़ा योगदान है। इससे पहले यह रिकॉर्ड रॉबिन स्मिथ के नाम था जिन्होंने 1993 में बर्मिंघम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड के 5 विकेट पर 277 रन के स्कोर में नाबाद 167 रन बनाए थे, उनका योगदान इस मैच में 60.28 का था।
ब्रूक का योगदान वनडे क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज द्वारा ऑल आउट पारी में किया गया छठा सबसे बड़ा योगदान है। इस लिस्ट में टॉप पर डेविड वॉर्नर है जिन्होंने 2022 में जिम्बाब्वे के खिलाफ जब ऑस्ट्रेलिया 141 के स्कोर पर ढेर हो गई थी तब 94 रन बनाकर 66.66 प्रतिशत रनों का योगदान दिया था।
न्यूजीलैंड के खिलाफ ब्रूक के 135 रन इंग्लैंड के लिए वनडे में पांचवें या उससे नीचे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। जोस बटलर ने 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 150 रन बनाए थे।
जब ब्रूक बैटिंग करने आए तब इंग्लैंड का स्कोर 5/3 था। ब्रूक से पहले वनडे इतिहास में सिर्फ दो बल्लेबाज ही टीम के 10 रन से कम पर तीन विकेट गिरने के बाद शतक जड़ पाए हैं – सरफराज अहमद ने 2016 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 3/2 से 105 रन बनाए थे और युवराज सिंह ने 2005 में हैदराबाद में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3/5 से 103 रन बनाए थे।
इंग्लैंड का 223 रनों का यह स्कोर वनडे क्रिकेट का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है, जिसमें आठ बल्लेबाज सिंगल डिजिट पर आउट हुए। इससे पहले सबसे ज्यादा स्कोर 1984 में वेस्टइंडीज द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ 9 विकेट पर 272 रन का था, जिसमें विव रिचर्ड्स ने नाबाद 189 रन बनाए थे।
वनडे मैच में 10 या उससे कम रनों पर चार विकेट गिरने के बावजूद किसी टीम के 200 रनों के आंकड़े को पार करने के पिछले उदाहरण 1997 का है, जब पाकिस्तान ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 9 रन पर चार विकेट गिरने के बावजूद 262 रन बनाए थे। वहीं भारत ने ऐसा 1983 में जिम्बाब्वे के खिलाफ किया था। कपिल देव ने उस मैच में 175 रनों की धुआंधार पारी खेली थी।
हैरी ब्रूक ने इस मैच में छक्कों की हैट्रिक के साथ अपना शतक पूरा किया। वह 86 से सीधा 104 के स्कोर पर पहुंचे। 2002 से ऐसा सिर्फ दूसरी बार हुआ है। इससे पहले 2023 वर्ल्ड कप में ग्लेन मैक्सवेल ने नीदरलैंड्स के खिलाफ ऐसा किया था। वहीं शुभमन गिल ने 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना दोहरा शतक पूरा करने के लिए लगातार तीन गेंदों पर तीन छक्के लगाए थे।




