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अब दिल्ली में घर लेना हुआ आसान! DDA की नई स्कीम 2025 में सिर्फ ₹11.8 लाख में मिलेगा फ्लैट

नई दिल्ली 
दिल्ली जैसी महंगी राजधानी में घर खरीदना आज किसी सपने से कम नहीं। रियल एस्टेट की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की पहुंच से छत को लगभग दूर कर दिया है। लेकिन अब वही सपना दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) हकीकत में बदलने जा रहा है। डीडीए ने अपनी जन साधारण आवास योजना 2025 (फेज-2) लॉन्च की है, जिसके तहत सिर्फ ₹11.8 लाख से शुरू होने वाले किफायती फ्लैट्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस स्कीम का मकसद है – उन परिवारों को घर देना जो दिल्ली में रहते और काम तो करते हैं, पर ऊंची संपत्ति दरों के कारण अपना घर नहीं खरीद पाते।

किसके लिए है यह योजना?
यह योजना मुख्य रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और निम्न आय वर्ग (LIG) के लोगों के लिए बनाई गई है। इसका फोकस उन परिवारों पर है जो किराए की ऊँची लागत से परेशान हैं और स्थायी घर की तलाश में हैं। यह कोई लग्ज़री प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि ज़रूरतमंदों के लिए व्यावहारिक और सुलभ आवास विकल्प है।

कीमत और बजट में बड़ा फर्क
DDA स्कीम की सबसे बड़ी खासियत इसकी कीमत है —
EWS फ्लैट्स की शुरुआती कीमत केवल ₹11.8 लाख
LIG फ्लैट्स की कीमत ₹32.7 लाख तक जाती है

दिल्ली-एनसीआर के प्रॉपर्टी मार्केट में जहां छोटे अपार्टमेंट भी ₹40–90 लाख से ऊपर मिलते हैं, वहीं यह स्कीम मध्यम और निम्न आय वर्ग के लिए राहत की सांस है।

कहां-कहां मिलेंगे ये फ्लैट
किफायती दाम का मतलब अब दूर-दराज इलाकों से नहीं है। DDA ने इस बार अपने फ्लैट्स बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधाओं वाले इलाकों में बनाए हैं —
EWS फ्लैट्स: नरेला, रोहिणी, रामगढ़ कॉलोनी और शिवाजी मार्ग
LIG फ्लैट्स: रोहिणी सेक्टर 34–35 और जहांगीरपुरी के पास रामगढ़ कॉलोनी
इन सभी स्थानों से मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन आसानी से उपलब्ध हैं।
 
बुकिंग कब और कैसे
जन साधारण आवास योजना 2025 के दूसरे चरण के लिए आवेदन प्रक्रिया 7 नवंबर 2025 से शुरू होगी। बुकिंग 'पहले आओ, पहले पाओ' (First Come, First Serve) के आधार पर होगी। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी, जिससे पारदर्शिता और सुविधा दोनों सुनिश्चित होंगी।

क्यों खास है यह योजना
डीडीए की यह पहल सिर्फ एक हाउसिंग स्कीम नहीं, बल्कि दिल्ली में बढ़ते किराया संकट का समाधान भी है। ऐसे समय में जब राजधानी में जमीन और मकान की कीमतें आम नागरिक की पहुंच से बाहर हो चुकी हैं, यह योजना “अपना घर” के सपने को फिर से जिंदा करने वाली साबित हो सकती है।

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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