राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

MIT-WPU, पुणे में होगा वर्ल्ड टेक्नोलॉजी समिट का आयोजन

दुनिया के 25 देशों के 500 से ज़्यादा दिग्गज एकजुट होकर इनोवेशन के भविष्य को नई दिशा देंगे
भोपाल/पुणे 

भारत में उच्च शिक्षा के प्रमुख संस्थानों में से एक, MIT वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी (MIT-WPU) आने वाले 6-7 नवंबर, 2025 को वर्ल्ड टेक्नोलॉजी ग्रुप के साथ मिलकर पहले वर्ल्ड टेक्नोलॉजी समिट 2025 की मेज़बानी करेगा। यह वैश्विक शिखर सम्मेलन बेहद महत्वपूर्ण है, जो टेक्नोलॉजी, विज्ञान और इनोवेशन के क्षेत्र में इंसानी कौशल को बढ़ावा देगा— इसमें दुनिया भर के संस्थानों, स्टार्टअप्स, नीति बनाने वालों और जाने-माने विचारकों के साथ-साथ 25 देशों के 500 से ज़्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे। भारत में इस शिखर सम्मेलन की मेज़बानी से यह ज़ाहिर है कि, दुनिया भर की टेक्नोलॉजी पर चर्चा और इनोवेशन पर आधारित सहयोग में देश की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। देश भर में शुरू की गई 'मेक इन इंडिया' जैसी पहल के तहत रजिस्ट्रेशन करने वाले स्टार्टअप्स की संख्या 1.6 लाख से ज़्यादा है, जिससे पता चलता है कि दुनिया में टेक्नोलॉजी और एंटरप्रेन्योरशिप के लिए बेहतर माहौल के विकास में भारत सबसे आगे है। 
दो दिनों तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बायोटेक्नोलॉजी, लाइफ साइंसेज, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के क्षेत्र में हुई बड़ी प्रगति पर चर्चा की जाएगी, और इस तरह जानकारी के आदान-प्रदान तथा विभिन्न क्षेत्रों में संवाद के लिए एक मंच उपलब्ध होगा। इस आयोजन में दुनिया भर के शोधकर्ता, टेक्नोलॉजी के जानकार, नीति-निर्माता और इंडस्ट्री के दिग्गज एकजुट होकर आने वाले दशक के लिए टेक्नोलॉजी की दिशा तय करेंगे।
इस मौके पर डॉ. गणेश काकंदीकर, डीन (इनोवेशन, स्टार्टअप्स, एवं कोलैबोरेशन MIT-WPU), तथा वर्ल्ड टेक्नोलॉजी समिट 2025, भारत के संयोजक, ने कहा: "इस शिखर सम्मेलन में विज्ञान और इनोवेशन के क्षेत्र के सभी प्रमुख विशेषज्ञ एकजुट होंगे, जो आने वाले कल की टेक्नोलॉजी और इंसान की भलाई के बीच के रिश्ते को और मज़बूत बनाएगा। यह सम्मेलन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोटेक्नोलॉजी और डिजिटल बदलाव में भारत के योगदान को बढ़ावा देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मंच की भूमिका निभाएगा।"
इस अवसर पर MIT-WPU के एग्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट, डॉ. राहुल वी. कराड ने कहा, "MIT-WPU में हम मानते हैं कि, टेक्नोलॉजी को सिर्फ नई-नई खोज के ज़रिए नहीं, बल्कि नेक इरादे के साथ इंसानियत की सेवा करनी चाहिए। भारत में वर्ल्ड टेक्नोलॉजी समिट की मेज़बानी दुनिया को यह संदेश देती है कि, भविष्य में पूरी दुनिया में होने वाला इनोवेशन सबको साथ लेकर चलने वाला, नैतिकता पर आधारित और शांति की भावना से जुड़ा हुआ होना चाहिए। हम विज्ञान और अध्यात्म को जोड़कर, टेक्नोलॉजी को इंसानियत की तरक्की का जरिया बनाना चाहते हैं।"
वर्ल्ड टेक्नोलॉजी ग्रुप के फाउंडर एवं एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, पॉल जे. फोस्टर ने कहा, "वर्ल्ड टेक्नोलॉजी समिट ने विश्व स्तर पर चर्चा के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है, जो टेक्नोलॉजी, विज्ञान और इनोवेशन के साथ-साथ हमारे साझा भविष्य को आकार देने वाले लोगों को बढ़ावा देता है। भारत के पुणे में मौजूद बेहद सम्मानित संस्थान, MIT-WPU में हमारा पहला सम्मेलन 'इनोवेशन का प्रभाव, ग्लोबल कनेक्टिविटी तेजी लाने की जरूरत' की थीम पर आधारित है। यह सम्मेलन दुनिया भर के विचारकों और इनोवेशन करने वालों से ऐसी टेक्नोलॉजी के उपयोग की गुजारिश करता है, जो नेक इरादे और ज़िम्मेदारी के साथ इंसानियत की सेवा करे।" 
इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले गणमान्य अतिथियों और दुनिया भर के प्रतिनिधियों में शामिल हैं:
●    डॉ. राहुल वी. कराड, एग्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट, MIT-WPU
●    डॉ. आर. एम. चिटनिस, वाइस-चांसलर, MIT-WPU
●    डॉ. प्रसाद खांडेकर, चीफ़ एकेडमिक ऑफिसर, MIT-WPU
●    पॉल जे. फोस्टर, को-फाउंडर एवं एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, वर्ल्ड टेक्नोलॉजी ग्रुप
●    स्टीव हेलमैन, को-फाउंडर एवं बोर्ड सदस्य, वर्ल्ड टेक्नोलॉजी ग्रुप
●    डेबोरा पंडित-सवाफ, चेयरमैन, कोऑर्डिनेशन कमिशन, वर्ल्ड टेक्नोलॉजी समिट 2025, इंडिया
●    नंदन झा, सेक्रेटरी-जनरल एवं फाउंडर, गांधी मंडेला फाउंडेशन
●    जूलियन गोरनॉल-थॉड, जनरल मैनेजर, शंकाई स्पोर्ट्स    
●    स्टेफी बाउ, सीईओ, INIT ईस्पोर्ट्स
इस शिखर सम्मेलन में 100 से ज़्यादा स्टार्टअप्स भाग लेंगे, जिनमें करीब आधे स्टार्टअप्स की कमान महिलाएँ संभाल रही हैं। यह शिखर सम्मेलन महिलाओं की अगुवाई में होने वाले इनोवेशन और टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम में ग्लोबल साउथ के बढ़ते प्रभाव को उजागर करेगा।
प्रमुख सत्रों में शामिल हैं:
•    कल की आवाज़– इनोवेशन करने वाली पीढ़ी: युवाओं की आवाज़ और विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी का भविष्य
•    इंडिया विज़न 2030– दुनिया की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने के लिए भारत का ब्लूप्रिंट
•    इंसानी कौशल का सम्मान– शुरुआत, वर्तमान और भविष्य
•    ग्लोबल साउथ का उदय – हमारे साझा भविष्य को नया रूप देने में ग्लोबल साउथ के बढ़ते प्रभाव के बारे में जानना
•    दुनिया के लिए एक नई व्यवस्था को आकार देना
•    अल्फा इनोवेशन नाउ– इंसानी कौशल का प्रदर्शन: वैज्ञानिक और युवा एंटरप्रेन्योर्स करेंगे बेहतरीन विचारों और इनोवेशन का प्रदर्शन
इस शिखर सम्मेलन में मुख्य वक्तव्य, गहन चर्चा और विचार-विमर्श भी होंगे, जिन्हें शिक्षा जगत, उद्योग जगत और इनोवेशन करने वालों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हेल्थ-टेक, क्लाइमेट-टेक और शिक्षा में इनोवेशन पर होने वाली चर्चाओं में इस बात पर ज़ोर दिया जाएगा कि, टेक्नोलॉजी किस तरह सतत विकास और सामाजिक बदलाव लाने में मददगार है।
जो लोग इस कार्यक्रम में भाग लेना चाहते हैं, वे कृपया आगे की जानकारी और रजिस्ट्रेशन के विवरण के लिए आयोजकों से संपर्क करें।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button