आज 121 सीटों पर मतदान हुआ शुरू , 45 हजार से अधिक बूथ तैयार; 1314 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में तय होगी

पटना
बिहार में पहले चरण मतदान आज यानी छह नवंबर को हुआ शुरू। 115 विधानसभा क्षेत्र के 45341 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोटिंग होगी। छह विधानसभा क्षेत्रों के 2135 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से पांच बजे तक ही वोटिंग होगी। बुधवार सुबह से ही डिस्पैच सेंटरों से मतदान कर्मी ईवीएम-वीवीपैट और अन्य सामग्री लेने में जुट गए थे । शाम तक सभी मतदान केंद्र पर सुरक्षा बल पहुंचें । आज गुरुवार सुबह पांच बजे ही बूथ लेवल एजेंटों की मौजूदगी में मॉक पोल किया । इसके दो घंटे बाद यानी सात बजे मतदान शुरू हुआ ।
पहले चरण में इन जिलों में मतदान
पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान जारी । यह जिले हैं- मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर। इन 121 सीटों पर कुल 2496 नामांकन दाखिल हुए थे। जांच के क्रम में 1939 को वैध पाया गया। उनमें से 70 प्रत्याशियों ने नामांकन बाद में वापस ले लिया। इसके बाद, कई सेट में नामांकन की छंटनी करते हरेक प्रत्याशी के एक नामांकन को लिया गया तो प्रत्याशियों की कुल वास्तविक संख्या 1314 रह गई। इनमें 1192 पुरुष और 122 महिलाएं शामिल हैं। इस चरण में 102 सामान्य और 19 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर मतदान होगा।
10 वीआईपी सीटों का हाल
तारापुर: इस सीट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मैदान में हैं. उनकी आरजेडी के अरुण कुमार साह से सीधी टक्कर मानी जा रही है. जन सुराज के संतोष कुमार सिंह और तेज प्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल के सुखदेव यादव भी चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं.
राघोपुर: यह आरजेडी की पारिवारिक सीट मानी जाती है. इस बार यहां से राजद नेता तेजस्वी यादव तीसरी बार मैदान में हैं. तेजस्वी ने यहां 2015 और 2020 में भाजपा के सतीश कुमार को हराया था. एनडीए की तरफ से सतीश यादव उन्हें चुनौती दे रहे हैं तो जनसुराज के चंचल कुमार भी सामने हैं.
मोकामा: यह सीट इस वक्त जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या और जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी को लेकर काफी चर्चा में है. यहां दो बाहुबलियों की टक्कर है. एक तरफ अनंत सिंह तो दूसरी तरफ आरजेडी के टिकट पर सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी हैं.
अलीनगर: इस सीट पर बीजेपी ने लोकगायिका मैथिली ठाकुर को मैदान में उतारा है. ठाकुर का यह पहला चुनाव है. उनका मुकाबला आरजेडी के विनोद मिश्रा से माना जा रहा है. बीजेपी उनकी लोकप्रियता को वोट में बदलने की कोशिश में है.
छपराः छपरा सीट से मशहूर भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. यहां उनका मुकाबला बीजेपी की छोटी कुमारी के साथ माना जा रहा है. लेकिन निर्दलीय राखी गुप्ता भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की पूरी कोशिश कर रही हैं.
लखीसराय: बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से 2010 से लगातार विधायक हैं. 2020 में उन्होंने कांग्रेस के अमरेश कुमार को हराया था. इस बार भी विजय सिन्हा के सामने अमरेश कुमार मैदान में हैं.
महुआ: लालू यादव द्वारा पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव महुआ से चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी टक्कर आरजेडी विधायक मुकेश रोशन से मानी जा रही है. एनडीए की तरफ से एलजेपी के संजय कुमार सिंह ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
बेगूसराय: कभी वामपंथ का गढ़ माने जाने वाली इस सीट पर 2020 में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. इस बार बीजेपी के कुंदन कुमार का मुकाबला कांग्रेस की अमिता भूषण से है. मंडल युग के बाद यहां की राजनीतिक गणित बदल चुकी है.
बांकीपुर: यह पटना की शहरी सीट है, जहां बीजेपी के नितिन नवीन लगातार जीतते आ रहे है. इस बार भी पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है. उन्हें चुनौती देने के लिए आरजेडी ने रेखा गुप्ता को उतारा है.
दरभंगा शहरी: मिथिलांचल की इस प्रमुख सीट से बीजेपी के राजस्व मंत्री संजय सरावगी मैदान में हैं. उन्हें चुनौती देने के लिए जन सुराज ने पूर्व आईपीएस आरके मिश्रा और मुकेश सहनी की पार्टी ने उमेश सहनी को उम्मीदवार बनाया है.
पहले चरण में किस दल से कितने उम्मीदवार
पहले चरण में एनडीए की ओर से जदयू के 57 उम्मीदवार, बीजेपी के 48, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 13 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 2 उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं महागठबंधन की तरफ से आरजेडी के 71, कांग्रेस के 24 और वाम दलों के 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
इनके अलावा विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) छह-छह सीट पर, सीपीएम तीन सीटों पर और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (आईआईपी) दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इस चरण में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के 118 उम्मीदवार भी किस्मत आजमा रहे हैं.
पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग
पटना- मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना सिटी, फतुहा, दानापुर, मनेर, फुलवारी शरीफ (SC), मसौढ़ी (SC), पालीगंज, बिक्रम
भोजपुर– आरा, अगिआंव, शाहपुर, बड़हरा, जगदीशपुर, तरारी, संदेश
बक्सर– बक्सर, डुमरांव, राजपुर, ब्रह्मपुर
गोपालगंज- बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज, कुचायकोट, भोरे (SC), हथुआ
सीवान- जिरादेई, दरौली (SC), रघुनाथपुर, दरौंधा, बड़हरिया, गोरेयाकोठी, महारागंज, सीवान
सारण- एकमा, मांझी, बनियापुर, तरैंया, मढौरा, छपरा, गड़खा (SC), अमनौर, परसा, सोनपुर
मुजफ्फरपुर- गायघाट, औराई, मीनापुर, बोचहां (SC), सकरा (SC), कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, कांटी, बरूराज, पारू, साहेबगंज
वैशाली– राजापाकर, महुआ, महनार, राघोपुर, वैशाली, लालगंज, हाजीपुर, पातेपुर (SC)
दरभंगा– कुशेश्वर स्थान (SC), गौरा बौराम, बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले
समस्तीपुर– कल्याणपुर(SC), वारिसनगर, समस्तीपुर, उजियारपुर, मोरवा, सरायरंजन, मोहिउद्दीननगर, विभूतिपुर, रोसड़ा (SC), हसनपुर
मधेपुरा-आलमनगर (SC), बिहारीगंज, मधेपुरा, सिंहेश्वर (SC)
सहरसा- सिमरी बख्तियारपुर, सोनबरसा (SC), महिषी, सहरसा
खगड़िया- परबत्ता, बेलदौर, अलौली (SC), खगड़िया
बेगूसराय– चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघरा, मटिहानी, साहबपुर कमाल, बेगूसराय, बखरी (SC)
मुंगेर– जमालपुर, मुंगेर, तारापुर
लखीसराय– सूर्यगढ़ा, लखीसराय
शेखपुरा- बरबीघा, शेखपुरा
नालंदा- हरनौत, अस्थावां, इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा, राजगीर, बिहारशरीफ
चुनाव आयोग की जानकारी के मुताबिक पांच विधानसभा क्षेत्रों में सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर एवं महिषी और मुंगेर के तारापुर, मुंगेर और जमालपुर विधानसभा क्षेत्रों में सभी बूथों तथा सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र के 56 बूथों पर सुबह सात से शाम पांच बजे तक ही मतदान होगा। सूर्यगढ़ा के मतदान केंद्रों में बूथ संख्या 168, 169, 228, 229, 231 से 234, 240, 242, 248, 249, 260 से 273, 362 से 372, 380, 385, 407, 408, 416, 417, 422, 425 से 436 में शाम पांच बजे तक ही मतदान होगा। वहीं, शेष सभी बूथों पर सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा। वहीं, इसी चरण में शेष सभी विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा।
मतदान के दिन सवैतनिक अवकाश
चुनाव आयोग के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव को लेकर मतदान दिवस छह नवंबर को सवैतनिक अवकाश रहेगा। इसके तहत किसी कारोबार, व्यवसाय, औद्योगिक उपक्रम या किसी अन्य स्थानों पर नियोजित हरेक व्यक्ति को जो मतदान करने का अधिकार है उसके लिए सवैतनिक अवकाश मंजूर किया जाएगा।
मतदान के लिए 12 दस्तावेज मान्य
चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान के लिए 12 दस्तावेज मान्य है। इनमें आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंकों-डाकघरों द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड-आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के तहत आरजीआई का स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केंद्र/राज्य सरकार/लोक उपक्रम/ पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, सांसदों/विधायकों/विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र और यूडीआइडी कार्ड, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार शामिल हैं।
ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल पर प्रतिबंध
चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान समाप्ति के लिए तय अवधि से 48 घंटे पहले तक बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कोई भी ओपिनियन पोल या किसी अन्य मतदान सर्वेक्षण के परिणामों सहित किसी भी प्रकार के चुनाव संबंधी मामले के प्रदर्शन पर प्रतिबंध रहेगा। वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान दिवस छह नवंबर की सुबह सात बजे तथा 11 नवंबर की शाम 6.30 बजे के बीच की अवधि में किसी प्रकार के एग्जिट पोल का आयोजन करने तथा मीडिया की ओर से इसके परिणाम के प्रकाशन या प्रचार पर प्रतिबंध रहेगा।
100 वर्ष से अधिक आयु वाले 6,736 मतदाता
पहले चरण में कुल 3 करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। एक करोड़ 98 लाख 35 हजार 325 पुरुष, एक करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिलाएं और 758 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।। इसके अलावा, 1, 00, 904 सर्विस वोटर भी इस चरण में वोट डालेंगे। मतदान केंद्रों पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। 3, 22, 077 दिव्यांग मतदाता और 5, 31, 423 वरिष्ठ नागरिक मतदाता (जिनमें 80 वर्ष से अधिक आयु वाले 5, 24, 687 और 100 वर्ष से अधिक आयु वाले 6,736 मतदाता शामिल हैं) भी लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लेंगे। पहले चरण के मतदान में सात लाख 37 हजार 765 मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। इनमें से अधिक 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के युवा वोटर है। वहीं 18 से 40 वर्ष के बीच के 1, 96, 27, 330 युवा मतदाता इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।
6 नवंबर को यहां डाले जाएंगे वोट
पटना- (14 सीटें) मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना सिटी, फतुहा, दानापुर, मनेर, फुलवारी शरीफ (SC), मसौढ़ी (SC), पालीगंज, बिक्रम
भोजपुर- (7 सीटें) आरा, अगिआंव, शाहपुर, बड़हरा, जगदीशपुर, तरारी, संदेश
बक्सर- (4 सीटें) बक्सर, डुमरांव, राजपुर, ब्रह्मपुर
गोपालगंज- (6 सीटें) बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज, कुचायकोट, भोरे (SC), हथुआ
सिवान- (8 सीटें) सिवान, जिरादेई, दरौली (SC), रघुनाथपुर, दरौंधा, बड़हरिया, गोरेयाकोठी, महारागंज
सारण- (10 सीटें) एकमा, मांझी, बनियापुर, तरैंया, मढौरा, छपरा, गड़खा (SC), अमनौर, परसा, सोनपुर
मुजफ्फरपुर- (11 सीटें) गायघाट, औराई, मीनापुर, बोचहां (SC), सकरा (SC), कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, कांटी, बरूराज, पारू, साहेबगंज
वैशाली- (8 सीटें) राजापाकर, महुआ, महनार, राघोपुर, वैशाली, लालगंज, हाजीपुर, पातेपुर (SC)
दरभंगा- (10 सीटें) कुशेश्वर स्थान (SC), गौरा बौराम, बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले
समस्तीपुर- (10 सीटें) कल्याणपुर(SC), वारिसनगर, समस्तीपुर, उजियारपुर, मोरवा, सरायरंजन, मोहिउद्दीननगर, विभूतिपुर, रोसड़ा (SC), हसनपुर
मधेपुरा- (4 सीटें) आलमनगर (SC), बिहारीगंज, मधेपुरा, सिंहेश्वर (SC)
सहरसा- (4 सीटें) सिमरी बख्तियारपुर, सोनबरसा (SC), महिषी, सहरसा
खगड़िया- (4 सीटें) परबत्ता, बेलदौर, अलौली (SC), खगड़िया
बेगूसराय- (7 सीटें) चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघरा, मटिहानी, साहबपुर कमाल, बेगूसराय, बखरी (SC)
मुंगेर- (3 सीटें) जमालपुर, मुंगेर, तारापुर
लखीसराय- (2 सीटें) लखीसराय, सूर्यगढ़ा
शेखपुरा- (2 सीटें) बरबीघा, शेखपुरा
नालंदा- (7 सीटें) हरनौत, अस्थावां, इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा, राजगीर, बिहारशरीफ
वोटिंग को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो, इसके लिए चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े और 'अभेद्य' इंतजाम किए हैं। 18 जिलों के सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। खासकर नक्सल प्रभावित और संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त निगरानी रखी जा रही है। किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार गश्त कर रहे हैं।
अब आखिरी में अपील का वक्त
प्रचार थमने के बाद सभी पार्टियों और उम्मीदवारों के लिए ये समय सीधे मतदाताओं से व्यक्तिगत संपर्क साधने का है। अब नेता बड़ी रैलियों के बजाय छोटे समूहों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, ताकि अंतिम क्षणों में मतदाताओं को अपने पक्ष में मोड़ा जा सके। 6 नवंबर को मतदान के साथ ही इन 121 सीटों के उम्मीदवारों की मेहनत और किस्मत ईवीएम में लॉक हो जाएगी।
सुनील पाण्डेय




