ऑपरेशन पिंपल: घाटी में आतंक का सफाया, सेना का मिशन तेज

नई दिल्ली
भारतीय सेना के चिनार कोर ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 2 आतंकवादियों को मार गिराया। इस अभियान को ऑपरेशन पिंपल नाम दिया गया। इस तरह क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के निरंतर प्रयासों में अहम उपलब्धि दर्ज की गई। चिनार कोर ने कहा कि कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में घुसपैठ के प्रयास के बारे में एजेंसियों से इनपुट मिला था। इस खुफिया जानकारी के आधार पर शुक्रवार को अभियान शुरू किया गया। सेना ने एक्स पर लिखा, ‘सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि नजर आने पर आतंकियों को रुकने को कहा, लेकिन उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया।’
ऑपरेशन पिंपल भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में शुरू किया गया सुरक्षा अभियान है। यह संयुक्त अभियान 7 नवंबर को इलाके में संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद शुरू किया गया। जब सतर्क सैनिकों ने चुनौती दी तो आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। ऐसे में मुठभेड़ शुरू हुई और 2 आतंकवादी मारे गए। इलाके की तलाशी अभी भी जारी है। यह अभियान चिनार कोर की ओर से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा है।
किश्तवाड़ में भी आतंकियों से मुठभेड़
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के वन क्षेत्र में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। दहशतगर्दों को पकड़ने के लिए घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। यह ऑपरेशन बुधवार को घने वन क्षेत्र चतरू में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ के बाद शुरू हुआ। इस मुठभेड़ में एक जवान घायल हो गया था। सुरक्षा अधिकारी ने कहा, ‘आतंकवादियों की तलाश में अभियान जारी है। हालांकि, दोबारा गोलीबारी नहीं हुई है। अभियान में ड्रोन और खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। घेराबंदी को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।'




