केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने थामा बल्ला, लगाए चौके-छक्के—देखें वायरल वीडियो

विदिशा
पढ़ाई ही नहीं खेलों से भी भविष्य बनाया जा सकता है। मेहनत और धैर्य के साथ खेलों में अभ्यास कर यहां के खिलाड़ी भी शिखर को प्राप्त कर सकते हैं। खिलाड़ियों को कुछ ऐसे ही शब्दों के साथ विदिशा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने खुद बल्लेबाजी करते हुए खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने बल्ला घुमाकर खूब चौके-छक्के मारे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्री रविवार को विदिशा के एसएसएल जैन कॉलेज के मैदान में आयोजित सांसद खेल महोत्सव (Sansad Khel Mahotsav) के तहत विधानसभा स्तरीय प्रतियोगिताओं के समापन अवसर पर उपिस्थत हुए।
खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह
खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य में अनंत शक्तियों का भंडार है। उन शक्तियों को ध्यान में रखते हुए संबंधित क्षेत्र में सफल होने के लिए निरंतर प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि सांसद खेल महोत्सव आयोजन के अगले चरण में और बेहतर प्रयास किए जाएंगे। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदानों को विकसित किया जाएगा। ताकि युवाओं को खेलने व अभ्यास करने के लिए मैदान की सहूलियत मिल सकें।
खिलाड़ियों को दी शील्ड और मेडल
इस दौरान उन्होंने विधानसभा स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को शील्ड व मेडल देकर सम्मानित किया। सांसद खेल महोत्सव प्रतियोगिता का समापन रायसेन जिले में होगा। वहां नगद राशि से विजेता व उप विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। क्रिकेट और कबड्डी की प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान हासिल करने वाली टीमों को डेढ़ लाख, एक लाख और पचास हजार रुपए की नगद राशि से पुरस्कृत किया जाएगा।
7020 खिलाड़ियों ने लिया भाग लिया
विदिशा क्षेत्र में मुख्य रूप से किक्रेट, कब्बड्डी व फुटबाल के अलावा रस्साकस्सी, नीबू रेस व कुर्सी रेस की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। क्रिकेट में 750 खिलाड़ी, कबड्डी में 240, फुटबाल में 180, रस्साकसी में 1600, नीबू रेस में 1750 व चेयर रेस में 2500 खिलाड़ी कुल 7020 खिलाड़ी शामिल हुए। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं व उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को कृषि मंत्री ने ट्रॉफी व मेडल से पुरस्कृत किया।




