जाति गणना में मुसलमानों को ओबीसी के अंदर गिनने पर भड़के संजय जायसवाल
बिहार
बिहार में जाति गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद सियासत चरम पर है। बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद संजय जायसवाल ने मुसलमानों को ओबीसी के अंदर गिनने को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जातीय गणना के बहाने आरजेडी सुफ्रीमो लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदुओं के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 33 सालों में अल्पसंख्यक (मुस्लिमों) को पिछड़ा और अति पिछड़ा का दर्जा देकर हिंदू समाज के अति पिछड़ों के साथ अन्याय किया है, उसे जाति गणना रिपोर्ट के जरिए सरकारी तौर पर मुहर लगा दी गई है।
बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने अपने बयान में कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि धर्म आधारित आरक्षण नहीं हो सकता है। मगर आज जातीय जनगणना पर गौर करें तो 96% अल्पसंख्यकों को पिछड़े और अति पिछड़े का दर्जा देकर हिंदू समाज के वंचित वर्गों के साथ अन्याय करने का काम नीतीश कुमार ने किया है। आज बिहार में सिर्फ कहने को है कि अल्पसंख्यकों का अलग से आरक्षण नहीं है, पर हकीकत में 96% अल्पसंख्यक समाज को आरक्षण दे दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन ने बहुत ही साफ शब्दों में लिखा था कि हिंदू समाज से जो जातियां मुस्लिम बने हैं वही पिछड़ा या अति पिछड़ा का दर्जा पाएंगे। मगर शेखौरा, कुलहड़िया, शेरशाहवादी, ठाकुरई जैसी अनेक जातियां जो या तो विदेश से आई हैं या फिर अगड़े समाज से धर्म परिवर्तित हुई हैं, उन सभी को अति पिछड़ा का दर्जा देकर संपूर्ण हिंदू अति पिछड़ा समाज के साथ हकमारी की गई है।
बता दें कि बिहार सरकार ने सोमवार को जाति गणना के आंकड़े सार्वजनिक किए। इस रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में हिंदुओं की आबादी 81.99 फीसदी है। जबकि मुस्लिमों की संख्या 17.70 प्रतिशत है। अन्य धर्मों को मानने वाले लोगों की आबादी एक फीसदी से भी कम है।