राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

सिक्किम में राहत और बचाव कार्य हुआ तेज, ITBP ने 56 को बचाया; 81 लोग अभी भी लापता

गंगटोक
 सिक्किम में बीते बुधवार को बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है। आईटीबीपी ने उत्तरी सिक्किम में राहत और बचाव कार्य के दौरान 56 लोगों को बचाया है। इसके अलावा अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है।

चुंगथांग में हुआ बाढ़ से काफी नुकसान
समाचार एजेंसी पीटीआई ने आईटीबीपी के हवाले से बताया कि उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में राहत और बचाव कार्य के दौरान 56 लोगों को बचाया गया है। आईटीबीपी अधिकारियों ने बताया कि जिस दिन तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आई। उस दौरान चुंगथांग को भी सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा था।

राहत और बचाव कार्य में बचाए गए 56 लोग
आईटीबीपी ने बताया कि राहत और बचाव कार्य के दौरान जिन 56 लोगों को बचाया गया है। उनमें 52 पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। आईटीबीपी ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में आईटीबीपी की टीम ने रोपवे के माध्यम से 56 लोगों को बचाया है।

81 लापता लोगों की तलाश जारी
बता दें कि सिक्किम में बाढ़ में लापता हुए 81 लोगों की तलाश अभी भी जारी है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 30 शव मिल चुके हैं। सिक्किम राज्य आपदा के अनुसार, बुधवार को बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई थी। इस बाढ़ से चार जिलों के 41,870 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिले भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

प्रभावितों ने ली 30 राहत शिविरों में शरण
बताते चलें कि सिक्किम में बाढ़ से मरने वालों में से 19 लोग पाकयोंग, छह गंगटोक, चार मंगन और एक नामची का निवासी है। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान के लिए विशेष रडार, ड्रोन और सेना के कुत्तों को तैनात किया गया है। अब तक विभिन्न क्षेत्रों से 2,563 लोगों को बचाया गया है और 6,875 लोगों ने राज्य भर में स्थापित 30 राहत शिविरों में शरण ली है।
 
1,320 से अधिक घर हुए क्षतिग्रस्त
इसके अलावा इस बाढ़ ने 1,320 से अधिक घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है और चार जिलों के 13 पुल भी बह गए। अधिकारियों ने कहा कि मंगन जिले के लाचेन और लाचुंग में फंसे 3,000 से अधिक पर्यटक सुरक्षित हैं।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button