संजय-अमानतुल्लाह पर कार्रवाई, आप सड़क पर उतर आई
नई दिल्ली.
आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के बाद अब AAP के और नेता अमानतुल्लाह खान (Amanatullah Khan) पर ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके ठिकानों पर छापेमारी की है। पार्टी नेताओं पर हो रही इस कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी बिफरी हुई है। इसी कड़ी में आप (AAP) कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर के बाहर जकर प्रदर्शन किया है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता यहां हाथों में बैनर लेकर पहुंचे थे। यहां आप कार्यकर्ता जांच एजेंसियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे और बीजेपी तथा सीबीआई-ईडी को भाई-भाई कहकर तंज कस रहे थे।
इस प्रदर्शन का जो वीडियो सामने आया है उसमें नजर आ रहा है कि भाजपा कार्यालय के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया गया है। खबर यह भी है कि यहां प्रदर्शन कर रहे कई आप कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। यहां भारी पुलिस बल की तैनाती है और पुलिस यहां कानून-व्यवस्था को बनाए रखने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी AAP कार्यालय से बीजेपी दफ्तर की तरफ बढ़ रहे थे जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है।
अमानतुल्लाह खान पर ED का ऐक्शन
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान के परिसरों पर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। अमानतुल्लाह खान दिल्ली विधानसभा में ओखला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन से जुड़े एक मामले की जांच की जा रही है। प्रारंभिक सूचना के अनुसार, ईडी धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी कर रही है और करीब तीन परिसरों की तलाशी ली गई
है।
AAP नेता पर क्या है आरोप
संघीय जांच एजेंसी ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में गैरकानूनी नियुक्तियों से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में खान के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक प्राथमिकी और दिल्ली के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) की एक प्राथमिकी पर संज्ञान लिया है। अमानतुल्लाह खान को सितंबर 2022 में दिल्ली एसीबी ने गिरफ्तार किया था। एसीबी का मामला ''दिल्ली वक्फ बोर्ड के कामकाज में वित्तीय गड़बड़ी और अन्य अनियमितताओं से जुड़ा है।'' एसीबी की प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए सभी नियमों और सरकारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए गैरकानूनी रूप से 32 लोगों की भर्ती की। उसने खान पर भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के भी आरोप लगाए हैं।