कांग्रेस की पहली सूची पर तकरार
रायपुर-कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद बाद बीजेपी और कांग्रेस में जमकर जुबानी तकरार चल रही है। जमकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं। सूची पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जैसे ही कांग्रेस की लिस्ट जारी हुई बीजेपी के बयानों से लग रहा है कि उन्होंने हार मान ली है। योग्य उम्मीदवार, मजबूत उम्मीदवार और लोकप्रिय उम्मीदवार सभी वर्ग का ख्याल रखा गया है। हमारी सूची में हर वर्ग के लोगों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया है। हमने लक्ष्य निर्धारित किया है अबकी बार 75 पार इसी पर काम किया जा रहा है। उन्होंने दावा करते हुए किया कि ये मानकर चलिए कि हमारे 30 विधायक चुनाव जीत गए हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव में जो हमारा लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसके पीछे का एक बड़ा कारण है कि 5 साल से मुख्यमंत्री ने जो काम किए हैं और इस वजह से हम जनता के बीच में जा रहे हैं। जनता हमारा साथ देगी इस बात का हमें विश्वास है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के तारीख पर तारीख देने के बाद लिस्ट जारी करने के सवाल पर कहा कि ये साव की बौखलाहट बता रही है। बीजेपी और वो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। उनकी सूची में क्या है। आरोप लगाते हुए कहा कि 15 साल तक शोषण करने वाले, जनता को अपमानित करने वाले, छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और कुशासन करने वाले, नान घोटाला समेत कई घोटालों के आरोपियों को प्रत्याशी बनाया गया है। ऐसे में बीजेपी के नेता कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है। आठ विधायकों के टिकट काटने के सवाल पर कहा कि बीजेपी बौखलाई हुई है। उसके पास मुद्दे नहीं बचे हैं। किसान, महिलाएं, आदिवासी खुश हैं। हर वर्ग के लोग खुश हैं।
वीआईपी विधानसभा सीट राजनांदगांव से पूर्व सीएम रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन को टिकट देने के सवाल पर कहा कि गिरीश देवांगन राजनांदगांव में संगठन पुरुष हैं । छत्तीसगढ़ में पिछले कई सालों से वो संगठन के लिए काम कर रहे हैं। एक-एक कार्यकर्ता को वह जानते हैं। किसानों को समझते हैं। ऐसे में राजनांदगांव की लड़ाई किसान बनाम शोषण की है। रायपुर सांसद सुनली सोनी के सवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि सुनील सोनी वृद्ध हो चुके हैं। हमारी सूची में 50% युवाओं को मौका दिया गया है।
दूसरी ओर रायपुर सांसद सुनील सोनी पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की जो लिस्ट जारी की गई है, यह भूपेश बघेल की टीम है। इसमें नए कितने हैं? कांग्रेस बीजेपी पर सवाल खड़ा करती है, लेकिन उन्होंने उन्हीं लोगों को क्लीयर किया है जो भूपेश बघेल की टीम में है। लिस्ट में 20% नए लोगों को भी मौका नहीं दिया गया है। कांग्रेस को जिन वास्तविक लीडर ने खड़ा किए हैं, वो लोग हताश है। नाराज हैं। ऐसे में सभी चाहते हैं कि एक अच्छी सरकार बने। यह उनका सपना है। कांग्रेस के 75 प्लस के सवाल पर कहा कि यह उनका अहंकार है। जब अहंकार और घमंड हो जाता है तो उसे घमंड को तोड़ना छत्तीसगढ़ की तासीर में रहा है। आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ एक शांति का टापू रहा है पर कांग्रेस ने इसे अशांति का टापू बना दिया है। आज माता -बहनों की इज्जत सलामत नहीं है। दिनदहाड़े व्यापारियों को गोली मार दी जाती है। चाकूबाजी हो रही है। लोग दहशत में जी रहे है। यह अहंकारी सरकार अपराधियों को संरक्षण देने वाली है। इसलिए सरकार का घमंड नवंबर में टूटने वाला हैं। शराबबंदी के सवाल पर कहा कि कांग्रेस ने गंगाजल हाथ में लेकर कसम खाई थी शराबबंदी करेंगे। इसीलिए बीजेपी इस मुद्दा को उठा रही है।