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खेल जगत

विश्व कप अभियान को ढर्रे पर लाने के लिये आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान को हासिल करनी होगी लय

बेंगलुरू.

परिपक्वता की पर्याय आस्ट्रेलिया और आक्रामकता की मिसाल पाकिस्तान की टीमें विश्व कप के मुकाबले में शुक्रवार को जब आमने सामने होंगी तो उन्हें खेल के हर विभाग में सुधार करके अपने रसूख के मुताबिक प्रदर्शन करना होगा। पाकिस्तान को दबाव में बेखौफ क्रिकेट खेलने के लिये जाना जाता है लेकिन इस बार भारत के खिलाफ महा मुकाबले में 1992 चैम्पियन टीम दबाव नहीं झेल सकी। भारत ने बिल्कुल एकतरफा अंदाज में सात विकेट से जीत दर्ज की।

श्रीलंका के खिलाफ हैदराबाद में प्रदर्शन भले ही अच्छा रहा हो लेकिन श्रीलंका का आक्रमण भी आला दर्जे का नहीं था। अब सामना आस्ट्रेलिया से है और पांच बार की चैम्पियन टीम अपनी ही समस्याओं से जूझ रही है। आस्ट्रेलिया की चुनौती इस समय भारत की तरह दुश्वार भले ही नहीं हो लेकिन उसे हराना आसान नहीं होगा।

वनडे क्रिकेट में आस्ट्रेलिया का पाकिस्तान के खिलाफ रिकॉर्ड 69.34 का है और 50 ओवरों के विश्व कप में आस्ट्रेलिया ने छह मैच जीते जबकि चार हारे हें। पाकिस्तान के लिये सलामी बल्लेबाज इमामुल हक ने तीन मैचों में सिर्फ 63 रन बनाये हैं। उन्हें अब्दुल्ला शफीक का बखूबी साथ निभाना होगा जिन्होंने खराब फॉर्म से जूझ रहे फखर जमां की जगह ली है।

कप्तान बाबर आजम भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। पाकिस्तानी बल्लेबाजी की धुरी बाबर ने भारत के खिलाफ अर्धशतक बनाया लेकिन नीदरलैंड और श्रीलंका के खिलाफ नाकाम रहे। इन्हें आस्ट्रेलिया के खिलाफ जिम्मेदारी से खेलना होगा क्योंकि उसके पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण है जो किसी भी बल्लेबाजी क्रम की बखिया उधेड़ सकता है। उन्हें मध्यक्रम में मोहम्मद रिजवान पर अत्यधिक निर्भरता से भी बचना होगा। नीदरलैंड के खिलाफ अर्धशतक बनाने वाले सऊद शकील और आक्रामक इफ्तिखार अहमद को भी लगातार अच्छा खेलना होगा।

नसीम शाह की गैर मौजूदगी में पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी शाहीन शाह अफरीदी पर निर्भर है लेकिन वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं है। उन्हें अपनी रफ्तार और स्विंग हासिल करनी होगी। लेग स्पिनर शादाब खान बल्ले और गेंद दोनों से नाकाम रहे हें जिनकी जगह उसामा मीर को उतारा जा सकता है।

दूसरी ओर भारत और दक्षिण अफ्रीका से मिली हार ने आस्ट्रेलिया को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया है जिसके वह आदी नहीं है। एक और हार सेमीफाइनल की उनकी राह मुश्किल कर सकती है। जोश इंग्लिस को छोड़कर आस्ट्रेलिया का कोई बल्लेबाज अभी तक अर्धशतक नहीं बना सका है। मार्नस लाबुशेन अकेले बल्लेबाज हैं जो कुल 100 रन से अधिक बना सके हैं। मिचेल स्टार्क (55) ने ग्लेन मैक्सवेल (49) से अधिक रन बनाये हैं। तीन मैचों में स्टीव स्मिथ 65, डेविड वॉर्नर 65 और मिशेल मार्श 59 रन ही बना सके हैं। गेंदबाजों में स्टार्क, एडम जाम्पा और जोश हेजलवुड प्रभावी रहे हैं लेकिन कप्तान पैट कमिंस कमजोर कड़ी साबित हुए हैं।

टीमें :

  • पाकिस्तान : बाबर आजम (कप्तान), शादाब खान, फखर जमां, इमाम उल -हक, अब्दुल्ला शफीक, मोहम्मद रिजवान, सऊद शकील, इफ्तिखार अहमद, सलमान अली आगा, मोहम्मद नवाज, उसामा मीर, हारिस राऊफ, हसन अली, शाहीन अफरीदी, मोहम्मद वसीम।
  • आस्ट्रेलिया : पैट कमिंस (कप्तान), स्टीव स्मिथ, एलेक्स कारी, जोश इंगलिस, सीन एबोट, एश्टोन एगर, कैमरन ग्रीन, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, डेविड वॉर्नर, एडम जाम्पा, मिचेल स्टार्क।
  • समय: मैच दोपहर दो बजे शुरू होगा।
Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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