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बेहद ही छोटे देश इजरायल को दुनिया के ताकतवर देशों में शुमार क्यों किया जाता

नईदिल्ली

इजरायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) लगातार जारी है. पहले जहां हमले की शुरुआत करते हुए बम के धमाकों और गोलियों की तड़तड़ाहट ने इजरायल को दहला दिया, तो इसके जवाब में Israel ने हमास के ठिकाने गाजा पट्टी (Gaza Patti) पर बमबारी करते हुए ऐसी तबाही मचाई, जिसकी तस्वीरें दिल-दहला देने वाली हैं. हर ओर टूटी इमारतें, उठता धुआं और चीख-पुकार सुनाई दे रही है.

इजरायल हमास का नामो-निशान मिटाने के लिए जंग लड़ रहा है और दुनिया के तमाम बड़े देशों ने इसका समर्थन किया है. अब सबसे बड़ा सवाल ये कि महज 90 लाख के आस-पास की आबादी और 8 मुस्लिम देशों से घिरे इजरायल के पास आखिर इतनी ताकत क्यों है? तो बता दें देश के पास एक कीमती खजाना है, जिसकी पूरी दुनिया मुरीद है और ये खजाना इजरायल को आर्थिक रूप (Israel Financial Health) से बड़ी मजबूती देता है.

इजरायल-हमास जंग में 4000 मौतें
Israel-Hamas War जिस तरह से आगे बढ़ रही है, इसने दुनिया को दो हिस्‍सों में बांटकर रख दिया है. कई देश हमास की बर्बरता को बाजिव करार दे रहे हैं, तो वहीं तमाम देश ऐसे हैं जो आतंकवाद के खात्मे के लिए इजरायल के कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं. अब तक दोनों ओर से की गई बमबारी में करीब 4,000 लोगों की जान जा चुकी है और सार्वजनिक संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है. इजरायल न केवल हमास, बल्कि हिजबुल्लाह समेत Hamas के अन्य साझीदारों को भी ताबड़तोड़ जवाब दे रहा है. Israel न केवल डिफेंस के सेक्टर में बल्कि आर्थिक रूप से भी बेहद समृद्ध देश है और इसकी इकोनॉमी के लिए बूस्टर का काम करता है निर्यात, जी हां इसमें भी पॉलिश्ड हीरे का निर्यात ऐसा खजाना है, जो कि इजरायल को बड़े-बड़े दुश्मनों के आगे भी बेहद मजबूत रखता है.

छोटे से देश की बड़ी है इकोनॉमी
बता दें कि क्षेत्रफल की दृष्टि से इजरायल बेहद ही छोटा देश है और ये भारत के मणिपुर राज्य से भी छोटा है. इसके बावजूद इजरायल को दुनिया के ताकतवर देशों में शुमार किया जाता है. मजबूत इकोनॉमी और आर्थिक स्थिति दुरुस्त होना इसकी सबसे बड़ी वजह है. Israel Economy की बात करें तो ये 537 अरब डॉलर की है और इजरायल की प्रति व्यक्ति जीडीपी करीब 58,270 डॉलर है.

इस मजबूती में इजरायल के दुनिया के बड़े-बड़े देशों के साथ मजबूत व्यापारिक संबंधों का बड़ा हाथ है. इसके बिजनेस पार्टनर देशों में भारत और अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस जेसे राष्ट्र है. अब सबसे बड़ी बात कि जिस निर्यात से इजरायली इकोनॉमी (Israel Export) को मजबूती मिलती है, इसमें एक बड़ा हिस्सा हीरा के एक्सपोर्ट (Diamond Export) का है. इजरायल हीरे के ऐसे खजाने (Diamond Business Of Israel) पर बैठा है, जिसके जरिए वो दुनियाभर के देशों से मोटी रकम जुटाता है.

निर्यात में हीरे की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा
इजरायली एक्सपोर्ट के आंकड़ों पर नजर डालें, तो हीरा यानी Diamond, इजराइल के लिए एक महत्वपूर्ण एक्सपोर्ट प्रोडक्ट है, जो देश के कुल निर्यात का करीब 25 फीसदी हिस्सा हैं. Israel पॉलिश किए गए हीरों के दुनिया के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है और कच्चे हीरों के व्यापार के लिए प्रमुख केंद्र बना हुआ है. वैश्विक कच्चे हीरे के उत्पादन का लगभग एक-तिहाई हिस्सा हर साल इजराइल डायमंड एक्सचेंज में आयात किया जाता है, जहां से इसे पॉलिश करके ग्लोबली एक्सपोर्ट किया जाता है. देश में ये कारोबार इतना बड़ा है कि साल 2020 में इजरायल ने 7.5 अरब डॉलर के हीरों का एक्सपोर्ट किया था और दुनिया का छठा सबसे बड़ा डायमंड एक्सपोर्टर बन गया था. ये बिजनेस अब और भी तेजी से बढ़ रहा है.  

बढ़कर यहां पहुंचा इजरायली हीरे का निर्यात
हीरे के निर्यात का ताजा आंकड़ा देखें तो बीते साल 2022 में इजरायल ने 9.06 अरब डॉलर के पॉलिश्ड हीरे दुनियाभर में एक्सपोर्ट किए. ये आंकड़ा अन्य सामानों के निर्यात की तुलना में कही ज्यादा है. गौरतलह है कि ISrael ने इंटीग्रेटेड सर्किट का निर्यात 5.09 अरब डॉलर, रिफाइंड पेट्रोलियम का 2.73 अरब डॉलर, मेडिकल उपकरण का 2.36 अरब डॉलर और अन्य माप उपकरण का निर्यात 2.32 अरब डॉलर का किया. इस बीच इजरायल से भारत को किए गए प्रमुख निर्यात में हीरे के अलावा मोती-कीमती पत्थर, रासायनिक और खनिज/उर्वरक उत्पाद, मशीनरी और विद्युत उपकरण, पेट्रोलियम तेल, रक्षा, मशीनरी और परिवहन उपकरण शामिल हैं.

इजरायल इकोनॉमी आखिर क्यों मजबूत?
बीते 40 सालों में स्थानीय डिमांड ने इजरायली बिजनेस इंडस्ट्री में जबरदस्त तरीके से ग्रोथ की है. देश की जनसंख्या में इजाफा होने के साथ-साथ जहां जीवन स्तर में सुधार हुआ, तो वहीं डिफेंस से लेकर तकरीबन हर सेक्टर में देश ने ग्रोथ हासिल की है. रिपोर्ट की मानें तो इजरायल रिसर्च और ग्रोथ की दिशा में बड़ा इन्वेस्टमेंट करता है और यही कारण है कि आज एयरोस्पेस, अत्याधुनिक रक्षा उपकरण, वैज्ञानिक उपकरणों जैसी श्रेणियों में उच्च तकनीकी उत्पादों के निर्यात में एक प्रमुख शक्ति माना जाता है. एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य परिष्कृत उपकरणों की वैश्विक मांग ने इंडस्ट्रियल ग्रोथ में उछाल लाने का काम किया है.

इजरायल द्वारा निर्यात किए जाने वाले अन्य सामानों की लिस्ट में खट्टे फल, हाई टेक्निक इक्विपमेंट, फॉर्मास्युटिकल्स, मोती और कीमती पत्थर, ऑटोमोटिव डीजल, केमिकल एंड मिनरल प्रोडक्ट्स, मशीनरी, प्लास्टिक, समेत अन्य सामान बेचता है. साल 2022 में इजरायल का कुल एक्सपोर्ट 7,358 करोड़ डॉलर रहा था.

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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